पटना की सर्द हवा के बीच सरकार ने सड़क सुरक्षा को लेकर एक और महत्वपूर्ण पहल शुरू कर दी है। परिवहन मंत्री श्रवण कुमार ने राज्य में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए सड़क किनारे लंबे समय तक खड़े छोड़े गए चारपहिया वाहनों को दुर्घटनाओं का बड़ा कारण बताया। मंत्री ने साफ कहा है कि अब ऐसी लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई तय है।
परिवहन विभाग के निर्देश के अनुसार, कोई भी ट्रक, ट्रैक्टर, बस या अन्य चारपहिया वाहन यदि दो दिनों या उससे अधिक समय तक सड़क किनारे खड़ा पाया जाता है, तो वाहन मालिक और चालक दोनों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होगी। इसमें भारी आर्थिक दंड, वाहन जब्ती और ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन जैसे कठोर प्रावधान शामिल होंगे। विभागीय अधिकारियों को इसके लिए सतत निगरानी और नियमित अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है।
कोहरे का मौसम और बढ़ता खतरा
ठंड के मौसम में सड़कें अक्सर धुंध की चादर में ढकी रहती हैं। दृश्यता कम होने के कारण दुर्घटनाओं का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे में सड़क किनारे खड़े लावारिस वाहन मौत के जाल में बदल जाते हैं। तेज रफ्तार वाहन अचानक सामने आए ट्रक या बस से टकरा जाते हैं, जिसके कारण जान-माल का भारी नुकसान होता है। कई बार तो एक ही जगह कई गाड़ियों की श्रृंखलाबद्ध टक्कर देखने को मिलती है।
सरकार इस बार सर्दी के सीजन से पहले तैयारियों को तेज कर चुकी है। सड़क किनारे अनावश्यक रूप से खड़ी गाड़ियों को हटाने का अभियान जल्द ही शुरू होगा ताकि बिना किसी गलती के निर्दोष लोगों की जान न जाए।
देशव्यापी प्रयासों के साथ कदमताल
देश भर में सड़क हादसों को कम करने के लिए केंद्र और राज्य दोनों स्तर पर अभियान चल रहे हैं। बिहार सरकार भी इसी दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है। सड़क दुर्घटनाएं न सिर्फ परिवारों को तोड़ देती हैं, बल्कि सरकार पर भी मुआवजे का भारी बोझ डालती हैं। ऐसे में यह कदम सड़क सुरक्षा को मजबूत करने और दुर्घटनाओं में ठोस कमी लाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
