पटना की शाम रविवार को कुछ भारी-सी हो गई—मानो सचिवालय की फाइलों ने एक साथ करवट बदली हो। बिहार सरकार ने राज्य प्रशासन में व्यापक फेरबदल करते हुए पांच वरिष्ठ IAS अधिकारियों का तबादला किया है, जबकि दो अधिकारियों को अतिरिक्त जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के बाद प्रशासनिक हलकों में नई ऊर्जा और नई समीकरणों की हलचल तेज हो गई है।
सबसे बड़ा बदलाव उद्योग विभाग में सामने आया है। 1993 बैच के अनुभवी IAS अधिकारी मिहिर कुमार सिंह को उद्योग विभाग से हटाकर विकास आयुक्त की अहम जिम्मेदारी दी गई है। यह पद एस. सिद्धार्थ के सेवानिवृत्त होने के बाद खाली चल रहा था और लंबे समय से इसकी प्रतीक्षा हो रही थी।
इधर, 1991 बैच के सी.के. अनिल को बिहार राज्य योजना परिषद से स्थानांतरित कर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है। भूमि प्रबंधन और राजस्व सुधार जैसे जटिल क्षेत्रों में उनका अनुभव राज्य सरकार के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
1992 बैच के वरिष्ठ अधिकारी दीपक कुमार सिंह, जो अब तक ग्रामीण कार्य विभाग में अपर मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत थे, अब सामान्य प्रशासन विभाग में महानिदेशक (जांच आयुक्त) की नई भूमिका संभालेंगे। यह पद राज्य की प्रशासनिक निगरानी और अनुशासनिक कार्यवाहियों में महत्वपूर्ण माना जाता है।
इसके अलावा, 2007 बैच के संजय कुमार सिंह को वाणिज्य-कर विभाग का सचिव नियुक्त किया गया है। 2010 बैच के कौशल किशोर अब दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त होंगे। वहीं राज कुमार को मुजफ्फरपुर से स्थानांतरित कर परिवहन विभाग का सचिव बनाया गया है।
सबसे चर्चा में 2004 बैच के IAS कुन्दन कुमार का नाम रहा, जिन्हें नई दिल्ली स्थित बिहार भवन से वापस बुलाकर उद्योग विभाग का सचिव नियुक्त किया गया है। वे अपने पूर्व के कार्यों का अतिरिक्त प्रभार भी संभालेंगे।
इस व्यापक फेरबदल को सरकार की प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
