उत्तर भारत की हवा में दिसंबर से पहले ही सिहरन उतर आई है—मानो मौसम ने समय से पहले ही अपनी ठंडी उंगलियां फैलाकर पूरे उत्तरी हिस्से को छू लिया हो। कश्मीर से लेकर दिल्ली और हिमाचल से उत्तर प्रदेश तक, तापमान लगातार नीचे जा रहा है और शीतलहर अपना असर दिखाने लगी है।
दिल्ली-एनसीआर: नवंबर बना 5 साल का सबसे ठंडा महीना
राष्ट्रीय राजधानी में इस साल नवंबर ने पिछले पांच वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। औसत न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 2024 के 14.7 डिग्री से काफी नीचे है। औसत अधिकतम तापमान भी 27.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से कम है। रविवार का दिन नवंबर का सबसे ठंडा दिन दर्ज हुआ, जब अधिकतम तापमान 24.3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। मौसम विभाग ने सोमवार को दिल्ली में कोहरा छाने की संभावना जताई है। IMD का पूर्वानुमान है कि आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क सकता है, जिससे ठंड और तेज महसूस होगी।
कश्मीर घाटी में शीतलहर तेज
कश्मीर घाटी में तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे चला गया है। श्रीनगर में शनिवार रात -4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि काजीगुंड और कुपवाड़ा में भी तापमान क्रमशः -3.4 और -4.9 डिग्री सेल्सियस रहा। पहलगाम, गुलमर्ग और कोकरनाग में भी बर्फीली रातों ने लोगों को घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार घाटी में 10 दिसंबर तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश: पहाड़ियों में कड़कड़ाती ठंड
हिमाचल प्रदेश में शीतलहर ने पहाड़ियों और घाटियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। लाहौल-स्पीति के ताबो में कड़ाके की ठंड है, जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तापमान शून्य से 6 से 10 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच चुका है। केलांग, कुकुमसेरी और कल्पा में भी पारा लगातार नीचे जा रहा है। शिमला और धर्मशाला में भी न्यूनतम तापमान गिरने से ठंड बढ़ गई है।
उत्तर प्रदेश: हवा की दिशा ने बढ़ाई ठंड
उत्तर प्रदेश में पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते शीतलहर का असर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार तापमान में और गिरावट होगी तथा सुबह के समय कोहरा दिखाई देगा।
उत्तरी भारत इस समय पूरी तरह से ठंड की गिरफ्त में है और आने वाले दिनों में सर्दी का प्रकोप और बढ़ने की संभावना है।
