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Parenting Tips: पेरेंट्स की ये 4 आदतें बच्चों के ब्रेन ग्रोथ को कर सकती हैं प्रभावित


हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा तेज, समझदार और आत्मनिर्भर बने। इसके लिए पेरेंट्स अपने बच्चों की परवरिश में कोई कमी नहीं छोड़ते। लेकिन कई बार जाने-अनजाने में कुछ आदतें बच्चे के मस्तिष्क विकास पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, पेरेंट्स की चार मुख्य आदतें बच्चों के ब्रेन ग्रोथ को प्रभावित कर सकती हैं।

1. स्क्रीन टाइम की लत
आजकल बच्चे लंबे समय तक फोन, टैबलेट या टीवी का इस्तेमाल करते हैं। अत्यधिक स्क्रीन टाइम से ब्रेन को डोपामाइन मिलता है, जो इसकी लत पैदा कर देता है। इसके परिणामस्वरूप बच्चों का फोकस कम हो जाता है, वे चिड़चिड़े हो जाते हैं और भाषा की ग्रोथ धीमी हो जाती है। ध्यान केंद्रित करने और पढ़ाई में मन लगाने की क्षमता भी प्रभावित होती है। विशेषज्ञ बच्चों का स्क्रीन टाइम कम करने की सलाह देते हैं।

2. पोषण और नींद की कमी
ब्रेन ग्रोथ के लिए संतुलित पोषण और पर्याप्त नींद जरूरी है। नाश्ता छोड़ना बच्चों की याददाश्त और समस्या सुलझाने की क्षमता को कमजोर कर सकता है। साथ ही, अधूरी नींद से बच्चे पढ़ाई और सोशल व्यवहार में पीछे रह जाते हैं। पूरी नींद लेने से मस्तिष्क को सीखने, याद रखने और आराम करने का मौका मिलता है।

3. ओवर-प्रोटेक्शन
बहुत ज्यादा सुरक्षा देना भी बच्चों के लिए हानिकारक है। जब माता-पिता उनकी हर समस्या खुद हल करते हैं या गलती करने से रोकते हैं, तो बच्चा सोचने और खुद निर्णय लेने का मौका खो देता है। बच्चों को कोशिश करने, गिरकर संभलने और अपनी गलतियों से सीखने दें।

4. कम मानसिक चुनौती देना
बच्चों को सिर्फ पढ़ाई या गेम तक सीमित रखना उनके मस्तिष्क को पर्याप्त चुनौती नहीं देता। उन्हें नई गतिविधियों, समस्याओं और रचनात्मक खेलों में शामिल करने से ब्रेन तेजी से विकसित होता है।

पेरेंट्स को चाहिए कि ये आदतें पहचानकर बच्चों के मानसिक विकास और ब्रेन ग्रोथ को सही दिशा दें।


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