चुनावी घोषणाओं से इस बार जनता ठगी नहीं जाएगी –महानंद सिंह

Satveer Singh
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भाकपा(माले) के अरवल विधायक महानंद सिंह ने कहा है कि चुनाव आते ही भाजपा-जदयू गठबंधन ने एक बार फिर जुमलों की झड़ी लगा दी है, लेकिन इस बार बिहार की जागरूक जनता इन झूठे वादों के जाल में फंसने वाली नहीं है।

उन्होंने कहा कि बिजली दरों के मामले में बिहार देश का सबसे महंगा राज्य बना हुआ है। ऊपर से स्मार्ट मीटरों ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। पूरे राज्य में लोग फर्जी बिजली बिल, अनाप-शनाप चार्ज और जबरन वसूली से त्रस्त रहे हैं। स्मार्ट मीटरों के अनुभव से इतने लोग दुखी हैं कि उन्होंने इसे सही ही नाम दिया है — खूनचूसवा_मीटर। आज भी हजारों लोग बिजली विभाग के दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन न सुनवाई है, न राहत।

सरकार बिजली सप्लाई करने के मामले में फिसड्डी साबित हुई है । 8 घंटे बिजली कृषि कार्य के लिए दिया जाता है जो प्रयाप्त नहीँ है । 8 घंटे भी लगातार बिजली नहीं मिलती है । 24 घंटे में 3 से 4 घंटे के अंतराल होने के कारण खेत का पूरा पटवन भी नहीं होता है । 

उन्होंने कहा कि बिजली के तार दर्जनों गांवों में जर्जर है। इस वजह से आए दिन हादसे होते रहते हैं । ट्रांसफार्मर जल जाने पर ऑफिस का चक्कर लगाने पड़ते हैं । विजली विभाग द्वारा फर्जी बिजली बिल वसूलने के नाम पर और बिजली चोरी के नाम पर अवैध वसूली करते रहता है । 

उन्होंने कहा कि सरकार बिजली बिल के बकाया राशि का चक्रवृद्धि ब्याज दर से वसूला जाता है । नहीं देने पर केवल और केवल गरीब टोला की बिजली काट दिया जाता है । लिहाजा, भाकपा माले की हमेशा की मांग रही है कि फर्जी बिजली बिल माफ किया जाए । जनता को ठगने की भाजपा-जदयू चाल को अब समझ रहे हैं लोग। 

महानंद सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि अब जब भाजपा-जदयू गठबंधन को अपनी हार सामने नजर आ रही है, तो इन्होंने फिर से एक नया जुमला फेंका है — हर परिवार को 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने का। साथ ही दावा किया जा रहा है कि 2025 से 2030 के बीच एक करोड़ रोजगार दिए जाएंगे। सवाल है कि जब हर साल दो करोड़ रोजगार का वादा करके सत्ता में आए थे, तो पिछले 10 साल में 20 करोड़ रोजगार कहां गए?

उन्होंने कहा कि 5 साल में 4.8 साल जनता को लूटो और चुनाव के दो महीने पहले बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर दो — यही भाजपा-जदयू का फार्मूला बन गया है। लेकिन बिहार की जनता अब इतनी भोली नहीं है। वह समझ चुकी है कि यह केवल सत्ता में बने रहने की साजिश है, न कि जनता की भलाई के लिए कोई गंभीर योजना।

महानंद सिंह ने यह भी याद दिलाया कि भाकपा(माले) के विधायकों ने बार-बार विधानसभा से लेकर सड़कों तक आवाज उठाई है —किसके तहत प्रमुखता से जोर दिया गया है कि स्मार्ट मीटरों को हर हाल में हटाया जाए, सभी जरूरतमंद परिवारों को कम से कम 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने की गारंटी की जाए , सभी बिजल बिल का बकाया माफ किया जाए और बिजली को निजी कंपनियों के चंगुल से मुक्त करने की।

उन्होंने कहा कि INDIA गठबंधन अपने हर वादे और संकल्प पर गंभीरता से कायम है। केवल घोषणा नहीं, बल्कि ज़मीन पर बदलाव लाना ही हमारा लक्ष्य है।

रिपोर्ट: सतवीर सिंह 

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