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बिहार में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का कहर, कई जिलों में रेड–ऑरेंज अलर्ट, जनजीवन बुरी तरह प्रभावित


बिहार में ठंड ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें

बिहार में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। कड़ाके की सर्दी के साथ-साथ घना कोहरा अब आम लोगों की दिनचर्या पर भारी पड़ने लगा है। राजधानी पटना समेत गया, जहानाबाद, अरवल और नालंदा जिलों में शीत दिवस का अलर्ट जारी किया गया है। मंगलवार की अहले सुबह से ही पटना, गया और आसपास के इलाकों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता 50 मीटर से भी कम हो गई। सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए और रेल व सड़क यातायात पर सीधा असर पड़ा।


मौसम विभाग की चेतावनी: कोहरे से बढ़ेगा खतरा

मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने बिहार के कई जिलों में घने से बहुत घने कोहरे की चेतावनी जारी की है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कुछ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और कुछ के लिए रेड अलर्ट घोषित किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, ठंड और कोहरे का यह दौर फिलहाल थमने वाला नहीं है, बल्कि आने वाले दिनों में और ज्यादा असर दिखा सकता है।

विशेषज्ञों का कहना है कि सुबह और देर रात के समय कोहरा सबसे ज्यादा घातक साबित हो सकता है, खासकर हाईवे और ग्रामीण सड़कों पर।


इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी

मौसम विभाग के मुताबिक, बिहार के कई जिलों में घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने की प्रबल संभावना है। इन जिलों के कुछ हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है:

पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, वैशाली, पटना, जहानाबाद, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय, जमुई, बांका, भागलपुर, मुंगेर, बेगूसराय, खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार।

इन जिलों में सुबह के समय दृश्यता बेहद कम रहने की संभावना है, जिससे सड़क हादसों का खतरा बढ़ सकता है।


इन जिलों में रेड अलर्ट, स्थिति बेहद गंभीर

वहीं मौसम विभाग ने भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल और गया जिलों के कई इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया है। अगले तीन घंटों के दौरान यहां बहुत घना कोहरा पड़ने की आशंका जताई गई है।

रेड अलर्ट वाले इलाकों में प्रशासन और आम लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। खासकर सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों, बुजुर्गों और लंबी दूरी तय करने वाले यात्रियों के लिए यह समय बेहद जोखिम भरा माना जा रहा है।


ठंड और कोहरे से यातायात प्रभावित

घने कोहरे के कारण सड़क और रेल यातायात पर सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहन रुक-रुक कर चल रहे हैं। बस और ट्रक चालकों को दिन में भी हेडलाइट और फॉग लाइट जलाकर चलना पड़ रहा है।

गयाजी में न्यूनतम दृश्यता मात्र 50 मीटर दर्ज की गई, जिससे सुबह के समय ट्रेनों की रफ्तार भी धीमी करनी पड़ी। कई ट्रेनों के लेट चलने की भी सूचना है।


पिछले 24 घंटे में कैसा रहा बिहार का मौसम

बीते 24 घंटों के दौरान बिहार का मौसम शुष्क बना रहा, लेकिन ठंड और कोहरे ने लोगों को बेहाल कर दिया। गयाजी जिले में भीषण शीत दिवस दर्ज किया गया, जबकि नालंदा, अरवल और जहानाबाद में शीत दिवस जैसी स्थिति बनी रही।

मौसम विभाग के अनुसार, राज्य का अधिकतम तापमान 15.0 से 22.1 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 22.1 डिग्री सेल्सियस किशनगंज में दर्ज किया गया। वहीं अधिकांश जिलों में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं देखा गया।


न्यूनतम तापमान में भी गिरावट

न्यूनतम तापमान की बात करें तो राज्य में सबसे कम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस राजगीर (नालंदा) में दर्ज किया गया। पूरे राज्य में न्यूनतम तापमान 6.6 से 12.7 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा।

ठंड के कारण सुबह और रात के समय लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। गरीब और बेघर लोगों के लिए यह ठंड और ज्यादा परेशानी का सबब बनती जा रही है।


आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम

मौसम विभाग ने बताया है कि अगले सात दिनों तक बिहार का मौसम शुष्क बना रहेगा, लेकिन ठंड और कोहरे से राहत की उम्मीद कम है।
23 दिसंबर को राज्य के उत्तर-पश्चिमी और उत्तर-मध्य भागों में घना कोहरा और शीत दिवस की स्थिति बन सकती है। वहीं दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-मध्य हिस्सों में भी शीत दिवस की आशंका जताई गई है।

24 से 26 दिसंबर के बीच राज्य के पश्चिमी और मध्य भागों में घना कोहरा और शीत दिवस की स्थिति बने रहने की संभावना है। पूर्वी बिहार के कुछ इलाकों में भी शीत दिवस जैसे हालात बन सकते हैं। अगले 48 घंटों तक न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन इसके बाद 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की जा सकती है।


मौसम विभाग की अपील: सतर्क रहें, सुरक्षित रहें

मौसम विभाग और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि घने कोहरे और कड़ाके की ठंड को देखते हुए सतर्क रहें। वाहन चलाते समय फॉग लाइट का इस्तेमाल करें, तेज रफ्तार से बचें और अनावश्यक यात्रा न करें।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह मौसम खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए जोखिम भरा है। ऐसे में सावधानी ही बचाव है।


निष्कर्ष: अभी और सताएगी ठंड

कुल मिलाकर बिहार में ठंड और कोहरे का यह दौर अभी और लोगों की परीक्षा लेने वाला है। रेड और ऑरेंज अलर्ट ने साफ संकेत दे दिया है कि आने वाले दिन आसान नहीं होंगे। ऐसे में जरूरत है कि आम लोग, प्रशासन और यातायात विभाग मिलकर सतर्कता बरतें, ताकि ठंड और कोहरे के इस कहर से जन-धन की हानि को रोका जा सके।

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