बिहार में लावारिस कुत्तों के आतंक समाप्त करने के उपाय
बिहार सरकार ने लावारिस कुत्तों के समस्या से निपटने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यहाँ पर इस पहल की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है:
डॉग पाउंड्स का निर्माण
उद्देश्य: स्ट्रीट डॉग्स के आतंक को खत्म करना एवं उन्हें आश्रय प्रदान करना।
प्रबंधन: जिला परिषदों द्वारा डॉग पाउंड्स का निर्माण किया जाएगा।
डिजाइन एवं प्राक्कलन: यह निर्माण जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा तैयार किए गए डिजाइन और प्राक्कलन के अनुसार किया जाएगा।
भूमि चिह्नित करना: पंचायती राज विभाग के सचिव मनोज कुमार ने उप विकास आयुक्तों को भूमि चिह्नित करने का निर्देश दिया है।
वित्तीय प्रावधान
व्यय: डॉग पाउंड्स के निर्माण पर होने वाले खर्च का वहन षष्टम राज्य वित्त आयोग की सामान्य निधि से किया जाएगा।
जागरूकता अभियान
हेल्पलाइन नंबर: जिला परिषद की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किए जाएंगे।
प्रचार-प्रसार: व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
जन जागरूकता: स्ट्रीट डॉग्स के आतंक से निबटने के लिए जन जागरूकता महत्वपूर्ण होगी।
ग्राम पंचायत, पंचायत समिति एवं जिला परिषद स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
चर्चा मंच
वार्ड सभा एवं ग्राम सभा: इन बैठकों में स्ट्रीट डॉग्स के आतंक से बचाने पर चर्चा की जाएगी।
सार्वजनिक समारोहों में सावधानी: लोगों से आग्रह किया जाएगा कि वे वैवाहिक कार्यक्रमों एवं अन्य समारोहों के बाद अवशेष भोजन खुले में न फेंकें।
कचरे का निष्पादन: कचरे के निष्पादन के प्रभावी उपायों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
नोडल अधिकारी
जिला स्तर: जिला पंचायत राज पदाधिकारी।
प्रखंड स्तर: प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी।
ग्राम पंचायत स्तर: पंचायत सचिव नोडल पदाधिकारी होंगे।
इस पहल के माध्यम से बिहार सरकार लावारिस कुत्तों के आतंक को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठा रही है, जिससे न केवल लोगों की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि इन बेजुबान जानवरों को भी एक सुरक्षित आश्रय मिलेगा।