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    अरवल में किसानों के लिए बड़ी सौगात: ऑनलाइन लॉटरी से 178 किसानों को कृषि यंत्र, कस्टम हायरिंग सेंटर से बदलेगी खेती की तस्वीर

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    अरवल | 26 दिसंबर 2025 | Breaking News

    अरवल जिले के किसानों के लिए आज का दिन बेहद खास और उम्मीदों से भरा रहा। आधुनिक खेती की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए जिला प्रशासन की ओर से सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन (SMAM) योजना के तहत ऑनलाइन लॉटरी प्रक्रिया का आयोजन किया गया। इस प्रक्रिया में जिले के सैकड़ों किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों का लाभ मिला, वहीं कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना से छोटे और सीमांत किसानों को बड़ी राहत मिलने जा रही है।

    यह पूरी प्रक्रिया समाहरणालय, अरवल के कार्यालय प्रकोष्ठ में पारदर्शी तरीके से संपन्न हुई।


    डीएम के निर्देश पर हुआ आयोजन

    जिला पदाधिकारी अरवल श्रीमती अमृषा बैंस के निर्देश के आलोक में यह ऑनलाइन लॉटरी आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त अरवल श्री शैलेश कुमार ने की। प्रशासन का स्पष्ट उद्देश्य था कि किसानों को बिना किसी भेदभाव के सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिले।


    1154 आवेदनों में से 178 किसानों का चयन

    कृषि यंत्रीकरण योजना के अंतर्गत जिले भर से किसानों द्वारा कुल 1154 आवेदन प्राप्त हुए थे। इन आवेदनों की जांच के बाद द्वितीय चरण की ऑनलाइन लॉटरी कराई गई, जिसमें—

    • 178 किसानों को व्यक्तिगत कृषि यंत्रों के लिए परमिट जारी किया गया
    • वहीं कस्टम हायरिंग सेंटर योजना के अंतर्गत शेष लक्ष्य को पूरा करने के लिए एक किसान का चयन लॉटरी के माध्यम से किया गया

    यह पूरी प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी रही, जिससे किसानों में विश्वास और संतोष देखा गया।


    40% से 80% तक मिलेगी सब्सिडी

    उप निदेशक (कृषि अभियंत्रण) श्री आशीष कुमार ने जानकारी दी कि योजना के तहत जिन कृषि यंत्रों को स्वीकृति दी गई है, उनमें शामिल हैं—

    • जुताई के यंत्र
    • बुआई मशीन
    • कटनी एवं थ्रेसिंग मशीन
    • पोस्ट हार्वेस्ट उपकरण
    • फसल अवशेष प्रबंधन से जुड़े यंत्र

    इन सभी यंत्रों पर किसानों को 40 प्रतिशत से लेकर 80 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा, जिससे आधुनिक खेती अब केवल बड़े किसानों तक सीमित नहीं रहेगी।


    कस्टम हायरिंग सेंटर से छोटे किसानों को बड़ी राहत

    कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना से जिले के लघु एवं सीमांत किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। अब उन्हें महंगे कृषि यंत्र खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि वे—

    • उचित किराए पर आधुनिक मशीनें ले सकेंगे
    • समय पर खेती के कार्य पूरे कर सकेंगे
    • लागत कम कर उत्पादन बढ़ा सकेंगे

    वहीं कस्टम हायरिंग सेंटर के संचालकों की आय में भी वृद्धि होगी, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।


    OFMAS पोर्टल से कर सकते हैं आवेदन

    जिला प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि जो किसान कृषि यंत्रों पर अनुदान लेना चाहते हैं, वे OFMAS पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करें। आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इसका लाभ उठा सकें।


    कार्यक्रम में कई अधिकारी और प्रगतिशील किसान रहे मौजूद

    इस मौके पर जिले के कई वरिष्ठ अधिकारी और किसान उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से—

    • उप निदेशक (कृषि अभियंत्रण)
    • अनुमंडल कृषि पदाधिकारी
    • जिला स्तरीय सहायक निदेशक (सांख्यिकी)
    • सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी
    • प्रगतिशील किसान एवं अन्य गणमान्य लोग

    सभी ने इस पहल को जिले की कृषि व्यवस्था के लिए मील का पत्थर बताया।


    आधुनिक खेती की ओर अरवल का मजबूत कदम

    विशेषज्ञों का मानना है कि कृषि यंत्रीकरण से न सिर्फ उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि युवाओं की खेती में रुचि भी बढ़ेगी। मजदूरी की समस्या, समय की कमी और लागत जैसी चुनौतियों से किसानों को राहत मिलेगी।


    निष्कर्ष

    अरवल जिले में आयोजित यह ऑनलाइन लॉटरी सिर्फ एक सरकारी प्रक्रिया नहीं, बल्कि किसानों के भविष्य को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। कस्टम हायरिंग सेंटर और कृषि यंत्रों पर भारी सब्सिडी से अब खेती ज्यादा लाभकारी, आसान और आधुनिक बनेगी।

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