अल्मोड़ा/हल्द्वानी। उत्तराखंड के अल्मोड़ा-हल्द्वानी मार्ग पर देर रात एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे शिक्षक समुदाय को शोक में डुबो दिया। वैवाहिक समारोह में शामिल होने जा रहे पांच शिक्षकों की कार गरमपानी के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई और सीधे शिप्रा नदी में समा गई। इस दर्दनाक हादसे में तीन शिक्षकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गया।
सूचना मिलते ही खैरना थाना पुलिस और एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। खाई में गिरी कार को बड़ी मुश्किल से खोजा गया और टीम ने घायल शिक्षक मनोज कुमार को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा, जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हल्द्वानी रेफर किया गया। एसपी सिटी डॉ. जगदीश चंद्र ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है और मामले में जांच जारी है।
हादसे में जान गंवाने वाले तीनों शिक्षक शिक्षा जगत की प्रमुख हस्तियां माने जाते थे। मृतक पुष्कर सिंह भैसोड़ा एजुकेशनल मिनिस्टीरियल ऑफिसर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष थे, जबकि संजय बिष्ट और सुरेंद्र भंडारी राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ, हवालबाग ब्लॉक में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत थे। उनकी अचानक मृत्यु से जिले भर के शिक्षकों में शोक और आक्रोश दोनों व्याप्त है।
घायल मनोज कुमार के बयान के अनुसार, कार को पीछे करते समय अचानक वाहन अनियंत्रित हो गया और हादसा हो गया। पहाड़ी मार्गों पर ऐसे हादसों की बढ़ती घटनाओं ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई खतरनाक मोड़ों पर न तो सुरक्षा रेलिंग है और न ही उचित चेतावनी संकेत।
लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में मजबूत सुरक्षा दीवारें, साइनबोर्ड और स्ट्रीट लाइटिंग की व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।
