21 नवंबर को ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट में भारी गिरावट दर्ज की गई। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन 7.6% टूटकर 80,553 डॉलर पर आ गया। वहीं दूसरी सबसे बड़ी डिजिटल करेंसी ईथर में इससे भी ज्यादा 8.9% की गिरावट देखने को मिली, जिससे इसकी कीमत 2,700 डॉलर के नीचे चली गई। कॉइनगेको के अनुसार, अप्रैल के बाद पहली बार वर्चुअल कॉइंस की कुल मार्केट वैल्यू 3 लाख करोड़ डॉलर से नीचे फिसल गई है।
विश्लेषकों के मुताबिक, क्रिप्टो मार्केट में यह बड़ी गिरावट कई कारणों से हुई है, जिनमें सबसे अहम असर Owen Gunden की बड़े पैमाने पर की जा रही बिकवाली का रहा। Gunden बिटकॉइन के शुरुआती और सबसे बड़े निवेशकों में से एक हैं। 21 अक्टूबर 2025 से अब तक वे 11,000 बीटीसी बेच चुके हैं, जिसकी कीमत लगभग 1.3 ट्रिलियन डॉलर है। उनकी इस बड़ी सेलिंग ने निवेशकों का भरोसा कमजोर किया और बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ गया।
नवंबर बिटकॉइन के लिए बेहद खराब साबित हुआ है। इस महीने अब तक बिटकॉइन करीब एक-चौथाई गिर चुका है, जो जून 2022 के बाद किसी एक महीने में सबसे बड़ी गिरावट है। अक्टूबर की शुरुआत में रिकॉर्ड स्तर छूने के बाद बिटकॉइन अब 30% से ज्यादा क्रैश कर चुका है। 10 अक्टूबर को भारी सेलिंग ने क्रिप्टो बाजार से करीब 1.5 ट्रिलियन डॉलर की वैल्यू मिटा दी थी।
कॉइनग्लास के डेटा के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में 2 अरब डॉलर के लिवरेज्ड सौदों के कटने से बाजार में डर और तेज हो गया है। क्रिप्टो इनवेस्टर के सेंटीमेंट को मापने वाला इंडेक्स 2022 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है, जो ट्रेडर्स के बीच ‘एक्सट्रीम फीयर’ का संकेत देता है।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, बिटकॉइन ने लगातार 21वें सत्र लोअर लो बनाया है, जो 2010 के बाद सबसे लंबा दबाव का दौर है। विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका में बढ़ती आर्थिक अनिश्चितता, बेरोजगारी बढ़ने और फेड की ब्याज दरों पर संभावित असर ने क्रिप्टो मार्केट में कंसॉलिडेशन को और तेज कर दिया है।
