नाइजीरिया में एक बार फिर बड़े पैमाने पर अपहरण की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। क्रिश्चियन एसोसिएशन ऑफ नाइजीरिया ने बताया कि शुक्रवार तड़के पश्चिमी नाइजीरिया के अगवारा क्षेत्र स्थित कैथोलिक बोर्डिंग स्कूल सेंट मैरी स्कूल पर बंदूकधारियों ने हमला किया और 200 से अधिक स्कूली बच्चों का अपहरण कर लिया। यह देश में हाल के वर्षों में हुई सबसे बड़ी अपहरण घटनाओं में से एक मानी जा रही है।
नाइजर राज्य चैप्टर के प्रवक्ता डैनियल अटोरी के अनुसार, हमलावरों ने 215 विद्यार्थियों और 12 शिक्षकों को बंधक बना लिया है। नाइजर में कैथोलिक एसोसिएशन के अध्यक्ष मोस्ट रेवरेंड बुलुस दाऊवा ने देर रात स्कूल का दौरा किया और अभिभावकों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के प्रयास जारी हैं।
हमले के बाद सुरक्षा बल तैनात
नाइजर राज्य पुलिस ने पुष्टि की कि हमला तड़के हुआ और तुरंत बाद इलाके में सेना और सुरक्षा बलों को भेज दिया गया। स्कूल परिसर में 50 से ज्यादा कक्षाएं और हॉस्टल हैं, जो येल्वा–मोक्वा मार्ग के पास स्थित है। स्थानीय लोगों ने बताया कि हमले के दौरान स्कूल में केवल निजी सुरक्षा व्यवस्था थी। एक सुरक्षाकर्मी को गोली भी लगी।
62 वर्षीय दाउदा चेकुला ने बताया कि अपहृत बच्चों में उनके चार पोते–पोतियां भी शामिल हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई बच्चे भागकर आसपास के गांवों में पहुंच गए, जबकि हमलावर बाकी बच्चों को झाड़ियों की ओर ले गए।
पूर्व चेतावनी के बावजूद अपहरण
नाइजर राज्य सरकार ने बताया कि बढ़ते खतरों को लेकर पहले ही चेतावनी जारी की गई थी, लेकिन सेंट मैरी स्कूल ने बिना सरकारी अनुमति के कक्षाएं फिर शुरू कर दी थीं। यह घटना सोमवार को केब्बी राज्य में हुए 25 छात्राओं के अपहरण के कुछ दिन बाद सामने आई है।
इसी दौरान क्वारा राज्य में एक चर्च पर हमले में दो लोगों की मौत हो गई और 38 श्रद्धालुओं का अपहरण किया गया। यह भी बताया गया कि अपहरणकर्ता प्रति व्यक्ति भारी फिरौती की मांग कर रहे हैं।
नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला टीनुबू ने इन घटनाओं के चलते अपनी जी–20 यात्रा रद्द कर दी है। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार स्कूलों और ग्रामीण इलाकों की सुरक्षा को प्राथमिकता नहीं देती।
