मधुबनी। झंझारपुर अनुमंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे मरीज को एक्सपायरी दवा दिए जाने का मामला उजागर हुआ है, जिससे मरीज के परिजनों में भारी आक्रोश है।
जानकारी के अनुसार, झंझारपुर नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या-1 निवासी ललित नारायण चौधरी रविवार को अपने तीन वर्षीय पुत्र शाश्वत को पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में लेकर पहुंचे। चिकित्सक डॉ. अमित प्रकाश ने जांच के बाद दवा लिखी। अस्पताल के काउंटर से उन्हें आइबुफ्रोफेन ओरल सस्पेंशन बीपी सिरप दी गई।
दवा पर अंकित विवरण के अनुसार, इसका उत्पादन जुलाई 2023 और अवसान तिथि जून 2025 है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उन्होंने दवा देने वाले स्टाफ से जब इस पर आपत्ति जताई तो जवाब मिला कि "अभी यही दवा उपलब्ध है।"
इस संबंध में चिकित्सक डॉ. अमित प्रकाश ने कहा कि उनका कार्य मरीज की जांच कर दवा लिखना है, दवा की वैधता की जिम्मेदारी दवा भंडार की है। वहीं अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. रमण पासवान ने कहा कि एक्सपायरी दवा देने का कोई सवाल ही नहीं है। यदि ऐसा हुआ है तो परिजन लिखित शिकायत दें, जांच के बाद संबंधित स्टाफ पर कार्रवाई की जाएगी।
ललित नारायण चौधरी ने बताया कि उन्होंने इस घटना की शिकायत मधुबनी डीएम को ईमेल के माध्यम से कर दी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कभी गुणवत्तापूर्ण सेवाओं के लिए प्रसिद्ध यह अस्पताल अब लापरवाही का अड्डा बन गया है। लोगों ने जिला प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।