बिजली कंपनियों ने किया स्पष्ट – लिंक पर क्लिक करने की कोई जरूरत नहीं
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 17 जुलाई को घोषित की गई 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना को लेकर अब साइबर ठग सक्रिय हो गए हैं। इस योजना के नाम पर आम लोगों को ठगने का नया तरीका अपनाया जा रहा है, जिसमें बिजली उपभोक्ताओं को एक फर्जी लिंक भेजा जा रहा है। ठगों का दावा है कि यदि उपभोक्ता उस लिंक पर क्लिक नहीं करते हैं, तो उन्हें मुफ्त बिजली योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
झांसे में आकर हो रही ठगी
साइबर अपराधी उपभोक्ताओं को डराते हैं कि योजना का लाभ पाने के लिए लिंक पर क्लिक करना अनिवार्य है। जैसे ही कोई व्यक्ति उस लिंक पर क्लिक करता है, उसके बैंक खाते की जानकारी चोरी कर ली जाती है और लोग ठगी का शिकार बन रहे हैं।
बिजली कंपनियों की चेतावनी
बिजली वितरण कंपनियों ने इस बारे में स्पष्ट तौर पर कहा है कि मुफ्त बिजली योजना का लाभ उपभोक्ताओं को स्वचालित रूप से मिलेगा, और किसी भी लिंक पर क्लिक करने की जरूरत नहीं है। कंपनियों ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और व्यक्तिगत या बैंकिंग जानकारी किसी से साझा न करें।
बिहार-झारखंड बने साइबर क्राइम के केंद्र
रिपोर्ट्स के अनुसार, बिहार और झारखंड अब देश में साइबर क्राइम के बड़े केंद्र बनते जा रहे हैं। हरियाणा भी इस सूची में शामिल हो गया है। आए दिन नए-नए तरीकों से लोग साइबर ठगी के शिकार बन रहे हैं, जिससे प्रशासन और आमजन दोनों की चिंता बढ़ रही है।
सीएम की घोषणा और लक्ष्य
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 17 जुलाई को घोषणा की थी कि 1 अगस्त 2025 से सभी घरेलू उपभोक्ताओं को हर महीने 125 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी। इस योजना से लगभग 1.67 करोड़ परिवारों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही सरकार ने राज्य में 10,000 मेगावाट सोलर बिजली उत्पादन का लक्ष्य भी निर्धारित किया है।
जनता से अपील: अगर आपके पास ऐसा कोई मैसेज या लिंक आता है तो उसे नजरअंदाज करें और इसकी जानकारी नजदीकी थाने या साइबर सेल को दें।
सावधान रहें, सतर्क रहें – साइबर ठगों से बचें।