गाजियाबाद। शहर में मेडिकल लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। डिलीवरी के दौरान ऑपरेशन में इस्तेमाल किया गया टॉवल महिला के पेट में ही छोड़ दिया गया, जिसके कारण उसकी हालत गंभीर हो गई।
जानकारी के अनुसार, गाजियाबाद के राकेश मार्ग निवासी चिराग कटारिया ने अपनी पत्नी की डिलीवरी के लिए ओम मेडिकल सेंटर का चयन किया था। 26 जुलाई को डिलीवरी ऑपरेशन के बाद महिला की तबीयत बिगड़ती चली गई। डॉक्टर ने उन्हें चिंता न करने की सलाह देते हुए एंटीबायोटिक दवाएं दीं।
परिवार को संदेह होने पर जब चिराग ने अल्ट्रासाउंड कराने का निर्णय लिया, तो डॉक्टर ने रिपोर्ट दबाने की कोशिश की। इसके बाद चिराग ने दूसरी जगह अल्ट्रासाउंड कराया, जिसमें महिला के पेट में फॉरेन ऑब्जेक्ट होने की पुष्टि हुई।
तुरंत महिला को मैक्स हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके उसके पेट से टॉवल निकाला। चिकित्सकों का कहना है कि यदि समय पर उपचार नहीं होता तो मरीज की जान भी जा सकती थी।
इस मामले की शिकायत चिराग कटारिया ने सीएमओ से की है। सीएमओ ने जांच टीम गठित कर दी है और आश्वासन दिया है कि दोषी पाए जाने पर संबंधित डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी, यहां तक कि लाइसेंस रद्द करने तक।
लापरवाही की यह घटना लोगों में आक्रोश का कारण बनी हुई है।