Mahapralaya Predictions: भविष्य मालिका की डरावनी भविष्यवाणी, कलियुग के अंत में महाविनाश, सिर्फ ये लोग रहेंगे सुरक्षित!
कलियुग चल रहा है, लेकिन शास्त्रों और प्राचीन ग्रंथों के अनुसार यह युग भी हमेशा के लिए नहीं है। ओडिशा के प्रसिद्ध भविष्य मालिका ग्रंथ में कलियुग के अंत और आने वाले महाप्रलय को लेकर ऐसी-ऐसी भविष्यवाणियां की गई हैं, जिन्हें पढ़कर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। ग्रंथ के अनुसार पहले कलियुग और फिर घोर कलियुग आएगा, उसके बाद इस युग का अंत होगा और फिर से सतयुग का आरंभ होगा।
7 दिन उजाला, 7 दिन घना अंधेरा
भविष्य मालिका के अनुसार कलियुग के अंत में धरती पर अजीब घटनाएं घटेंगी। पहले 7 दिनों तक सूर्य लगातार उदित रहेगा, फिर अचानक 7 दिनों तक घना अंधेरा छा जाएगा। यह अंधेरा इतना भयावह होगा कि लोगों को कुछ भी दिखाई नहीं देगा। बिजली, मोबाइल, मशीनें सब बेकार हो जाएंगी। इसी दौरान भगवान कल्कि का अवतार होगा।
ग्रंथ में यह भी कहा गया है कि महाविनाश के समय सूर्य और चंद्रमा भी नष्ट हो जाएंगे और नए सृजन के साथ नए सूर्य-चंद्रमा का उदय होगा।
बाढ़, भूकंप और भयानक तबाही
महाप्रलय के दौरान धरती पर भयंकर बाढ़, तूफान और भूकंप आएंगे। पूरा संसार जलमग्न हो जाएगा। अन्न समाप्त हो जाएगा, लोग भूख से तड़पेंगे। हालात इतने भयावह होंगे कि लोग एक-दूसरे को मारकर खाने तक को मजबूर हो जाएंगे। जंगली जानवर शहरों और घरों में घुस आएंगे। इस विनाश में असंख्य लोग मारे जाएंगे।
केवल भगवान के सच्चे भक्त बचेंगे
भविष्य मालिका में साफ कहा गया है कि इस महाविनाश में केवल भगवान के सच्चे भक्त ही जीवित बचेंगे। भगवान कल्कि स्वयं उनकी रक्षा करेंगे और उन्हें एक सुरक्षित स्थान पर एकत्रित करेंगे। वहां भक्त नाम जप, कीर्तन और भक्ति में लीन रहेंगे और उन पर किसी भी आपदा का असर नहीं होगा।
इतना ही नहीं, कहा गया है कि घने अंधेरे में जहां आम लोग कुछ नहीं देख पाएंगे, वहीं भक्त निर्मुली की जड़ से बने विशेष अंजन के माध्यम से सब कुछ स्पष्ट देख सकेंगे। भूख-प्यास से बचाने के लिए भगवान कल्कि अपने भक्तों को ‘गोखर’ नामक विशेष पत्ता देंगे, जिसे खाने से महीनों तक न भूख लगेगी, न प्यास।
इन गुणों वाले लोग ही रहेंगे सुरक्षित
भविष्य मालिका के अनुसार जिन लोगों की जान बचेगी, उनमें ये विशेष गुण होंगे—
- मांस, मदिरा और सभी नशों से पूर्ण रूप से दूर
- नियमित रूप से त्रिकाल संध्या करने वाले
- श्रीमद्भागवत महापुराण का नित्य पाठ करने वाले
- मन, वचन और कर्म से भगवान का नाम जपने वाले
- सत्य, दया, प्रेम, करुणा और क्षमा जैसे गुणों से युक्त
भविष्य मालिका की ये भविष्यवाणियां आज के समय में लोगों को सोचने पर मजबूर कर रही हैं। क्या सच में ऐसा महाविनाश आने वाला है? और क्या हम उस समय खुद को बचाने के योग्य बना रहे हैं? यही सवाल हर किसी के मन में उठ रहा है।