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Goa Night Club Fire Tragedy: गोवा नाइट क्लब हादसे में 25 मौतें, क्लब मालिक भाई देश छोड़कर फरार — इंटरपोल की मदद ले रही पुलिस

पणजी/नई दिल्ली। गोवा के बागा क्षेत्र में स्थित लोकप्रिय Birch by Romeo Lane नाइट क्लब में शनिवार देर रात लगी भीषण आग ने 25 लोगों की जान ले ली। हादसे के बाद जहां पूरे देश में गहरा शोक है, वहीं इस दुर्घटना से जुड़ा एक बड़ा चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है — नाइट क्लब के दोनों मालिक, दिल्ली के कारोबारी सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा, घटना के कुछ घंटों बाद ही भारत से फरार हो गए।

पुलिस के अनुसार यह दोनों भाई रविवार सुबह 5:30 बजे दिल्ली से इंडिगो की फ़्लाइट 6E 1073 से फुकेट (थाईलैंड) के लिए रवाना हो गए, जबकि हादसा शनिवार देर रात हुआ था। यह बात तब सामने आई जब पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेने के लिए दिल्ली स्थित उनके घर पर छापा मारा।


हादसे में 25 लोगों की मौत, स्टाफ और एक फैमिली भी शामिल

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक मरने वालों में:

  • नाइट क्लब के कई कर्मचारी
  • दिल्ली की एक फैमिली
  • नेपाल के नागरिक

भी शामिल थे। यह आग इतनी तेजी से फैली कि कई लोग बाहर निकल भी नहीं पाए। स्टाफ के सदस्य अंदर ही फंस गए, और धुएं तथा आग ने कुछ ही मिनटों में पूरी बिल्डिंग को घेर लिया।

दिल्ली के निगम बोध घाट पर मृतकों के कुछ शवों का अंतिम संस्कार किया गया, जहां परिवारों का दर्दनाक माहौल साफ दिखाई दिया।


कैसे हुए मालिक फरार? पुलिस के पहुंचने से पहले उड़ान पकड़ ली

गोवा पुलिस ने शनिवार रात को ही इस मामले में गंभीर लापरवाही और क्लब में सुरक्षा मानकों के उल्लंघन को लेकर FIR दर्ज कर ली थी। FIR दर्ज होते ही पुलिस दिल्ली रवाना हुई ताकि क्लब मालिकों को गिरफ्तार किया जा सके।

लेकिन जब टीम उनके घर पहुंची तो पाया कि दोनों भाई:

  • घर से पहले ही निकल चुके थे
  • मोबाइल फोन स्विच ऑफ थे
  • पड़ोसियों और स्टाफ को भी उनकी कोई जानकारी नहीं थी

इसके बाद पुलिस ने घर पर नोटिस चिपकाया और जांच आगे बढ़ाई।

जब पुलिस ने इमिग्रेशन विभाग से डिटेल मांगी, तब यह हैरान करने वाली सूचना सामने आई कि लूथरा ब्रदर्स हादसे के कुछ घंटों बाद ही देश छोड़ चुके थे। इमिग्रेशन रिकॉर्ड के अनुसार वे:

  • 7 दिसंबर को सुबह 5:30 बजे
  • फुकेट के लिए उड़ान
  • इंडिगो 6E 1073

से रवाना हो चुके थे।


लुकआउट नोटिस जारी — अब इंटरपोल के जरिए तलाश

जैसे ही फरारी की पुष्टि हुई, गोवा पुलिस ने तुरंत दोनों के खिलाफ Lookout Circular (LOC) जारी कराया, ताकि वे किसी भी देश से भारत वापस आते ही पकड़े जा सकें।

इसके बाद पुलिस ने CBI के इंटरपोल डिवीजन की सहायता मांगी है।

इंटरपोल अब:

  • दोनों की लोकेशन ट्रैक कर रहा है
  • फुकेट की स्थानीय एजेंसियों से संपर्क में है
  • “रेड कॉर्नर नोटिस” जारी करने की प्रक्रिया की जांच कर रहा है

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, फुकेट में भारतीय पर्यटकों की बड़ी संख्या रहती है, और आरोपी वहीं छिपे हो सकते हैं।


क्लब मैनेजर भारत कोहली गिरफ्तार

इस बीच गोवा पुलिस ने इस मामले में क्लब के मैनेजर भारत कोहली को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। उसे ट्रांजिट रिमांड पर गोवा लाया गया है।
पुलिस का मानना है कि:

  • कोहली को सुरक्षा खामियों
  • आपातकालीन निकास मार्गों
  • फायर सिस्टम
  • भीड़ क्षमता नियंत्रण

के बारे में पूरी जानकारी थी और उसके बावजूद भी क्लब के संचालन में गंभीर लापरवाही बरती गई।

सूत्रों के अनुसार जांच अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं कि:

  • आग किस कारण लगी?
  • सुरक्षा उपकरण काम क्यों नहीं कर रहे थे?
  • क्या स्टाफ को आपातकालीन प्रशिक्षण दिया गया था या नहीं?
  • क्या मालिकों ने किसी सुरक्षा मानक को जानबूझकर नजरअंदाज किया?

सुरक्षा मानकों पर बड़े सवाल – क्या यह टाला जा सकता था?

हादसे के बाद फायर डिपार्टमेंट की शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार क्लब में कई गंभीर सुरक्षा चूकें सामने आई हैं:

🔥 1. फायर एग्ज़िट अवरुद्ध

कई लोग इसलिए नहीं निकल पाए क्योंकि आग लगने के दौरान मुख्य फायर एग्ज़िट बंद मिल रहा था।

🔥 2. क्षमता से ज्यादा भीड़

शनिवार रात क्लब “ओवरलोडेड” था — जितनी संख्या में लोग अंदर मौजूद थे, वह वैधानिक सीमा से दोगुनी बताई जा रही है।

🔥 3. फायर अलार्म और स्प्रिंकलर सिस्टम खराब

जांच अधिकारी यह भी देख रहे हैं कि क्या स्प्रिंकलर पहले से ही बंद थे या उनकी सर्विसिंग नहीं की गई थी।

🔥 4. ज्वलनशील सजावट

क्लब के इंटीरियर में ऐसी सजावट का इस्तेमाल किया गया था जो आसानी से आग पकड़ सकती है।

स्थानीय नागरिकों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने सवाल उठाए हैं कि इतने बड़े क्लब को बिना उचित सुरक्षा मानकों के कैसे अनुमति दी गई।


पीड़ित परिवारों का दर्द — न्याय की मांग तेज

हादसे में जान गंवाने वाले कई लोगों के परिजनों ने क्लब मालिकों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा:

“अगर सुरक्षा होती तो इतनी मौतें नहीं होतीं। यह हादसा नहीं, अपराध है।”

दिल्ली और नेपाल के पीड़ित परिवार गोवा पहुंच रहे हैं। कई लोगों ने आरोप लगाए कि क्लब स्टाफ ने हादसे के बाद मदद करने की जगह भागदौड़ मचाई, जिससे और अधिक नुकसान हुआ।


सरकार की प्रतिक्रिया — हाई लेवल जांच शुरू

गोवा सरकार ने इसकी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। राज्य के पर्यटन मंत्री ने कहा:

“किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।”

राज्य सरकार ने सभी नाइट क्लबों, बार और रेस्तरां में सुरक्षा जांच का आदेश दिया है।


निष्कर्ष

गोवा का यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि सिस्टेमिक फेल्योर और व्यवस्था की गंभीर लापरवाही का उदाहरण है।
जहां एक तरफ 25 परिवारों का संसार उजड़ गया, वहीं दूसरी ओर क्लब मालिकों का देश छोड़कर फरार होना इस घटना को और भी संदिग्ध बनाता है।

अब ball—interpol और भारतीय एजेंसियों के पाले में है। आने वाले दिनों में यह साफ होगा कि:

  • क्या लूथरा ब्रदर्स गिरफ्तार किए जाएंगे?
  • क्या पीड़ितों को न्याय मिलेगा?
  • क्या गोवा सरकार सुरक्षा मानकों में सुधार लाएगी?

फिलहाल पूरे देश की निगाहें इस उच्च-प्रोफाइल मामले पर टिकी हैं।


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