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अरवल में रिश्तों का खून: बेटी की हत्या मामले में पति और ससुर गिरफ्तार, पुलिस की बड़ी कार्रवाई से खुलासा


अरवल से दिल दहला देने वाली वारदात

बिहार के अरवल जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने समाज के रिश्तों और कानून-व्यवस्था दोनों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शादी के करीब दस साल बाद एक बेटी को ही उसके ससुराल में मौत के घाट उतार दिया गया। मामला सामने आते ही इलाके में सनसनी फैल गई। अब अरवल पुलिस ने इस हत्याकांड में बड़ी सफलता हासिल करते हुए दो नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है।

यह पूरा मामला न सिर्फ घरेलू हिंसा की भयावह तस्वीर पेश करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि पुलिस की सतर्कता और लगातार छापेमारी आखिरकार अपराधियों तक पहुंच ही जाती है।


क्या है पूरा मामला? जानिए घटनाक्रम

पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह मामला 21 अक्टूबर 2025 को दर्ज कराया गया था। पीड़िता की मां कोकसी देवी (उम्र लगभग 52 वर्ष), निवासी साठ-याजपुर, थाना करपी, जिला अरवल ने शहर तेलपा थाना में लिखित आवेदन दिया था।

आवेदन में बताया गया कि उनकी बेटी राधा कुमारी (उम्र करीब 29 वर्ष) की शादी करीब 10 साल पहले चंदन कुमार से हुई थी। शादी के बाद से ही राधा को उसके पति और ससुराल वालों द्वारा लगातार मारपीट और प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा था।


रात के अंधेरे में हत्या

दिनांक 20 अक्टूबर 2025 की रात करीब 12 बजे यह प्रताड़ना एक खौफनाक मोड़ पर पहुंच गई। आरोप है कि चंदन कुमार और उसके परिवार के सदस्यों ने मिलकर राधा कुमारी की लाठी-डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना के बाद साक्ष्य छुपाने की नीयत से शव को घर के पीछे जमीन में फेंक दिया गया।

जब पुलिस को इस वारदात की सूचना मिली, तो तुरंत जांच शुरू की गई।


पुलिस जांच में हुआ बड़ा खुलासा

शहर तेलपा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। जांच के दौरान आजाद नगर इलाके में एक महिला का शव घर की पट्टी जमीन पर बरामद हुआ। शव की पहचान राधा कुमारी के रूप में की गई।

इस मामले में शहर तेलपा थाना कांड संख्या 106/25 दर्ज किया गया। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 85, 103(1), 3(5) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की।

घटना के बाद मुख्य आरोपी चंदन कुमार और उसके परिजन फरार हो गए थे, जिससे मामला और गंभीर हो गया।


गिरफ्तारी के लिए चली लगातार छापेमारी

हत्या के बाद अरवल पुलिस ने इसे चुनौती के रूप में लिया। वरीय अधिकारियों को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया गया और विशेष टीम का गठन किया गया। पुलिस ने जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में लगातार छापेमारी अभियान चलाया।

लगातार प्रयासों के बाद पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी।


दो आरोपी गिरफ्तार, भेजे गए जेल

अरवल पुलिस ने इस हत्याकांड के दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है—

  1. चंदन कुमार, पिता – मतलू मांझी, निवासी आजाद नगर, थाना शहर तेलपा, जिला अरवल
  2. बाला कुमार, पिता – मतलू मांझी, निवासी आजाद नगर, थाना शहर तेलपा, जिला अरवल

पुलिस ने दोनों आरोपियों को अलग-अलग थाना क्षेत्रों से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आने की संभावना जताई जा रही है।


घरेलू हिंसा पर फिर सवाल

यह घटना एक बार फिर घरेलू हिंसा और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। शादी के बाद वर्षों तक उत्पीड़न झेलने वाली राधा कुमारी को आखिरकार अपनी जान गंवानी पड़ी। सवाल यह है कि अगर समय रहते सामाजिक और प्रशासनिक हस्तक्षेप होता, तो शायद एक बेटी की जान बचाई जा सकती थी।


पुलिस की कार्रवाई से बढ़ा भरोसा

इस पूरे मामले में अरवल पुलिस की तत्परता और कार्रवाई की स्थानीय लोगों ने सराहना की है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी से यह संदेश गया है कि कानून से बच पाना आसान नहीं है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले में आगे की जांच जारी है और यदि अन्य लोग भी दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी।


समाज के लिए चेतावनी

यह हत्याकांड केवल एक आपराधिक घटना नहीं, बल्कि समाज के लिए चेतावनी है। घरेलू हिंसा को “घर का मामला” मानकर नजरअंदाज करना कितना खतरनाक हो सकता है, यह घटना साफ तौर पर दिखाती है।


निष्कर्ष

अरवल की यह घटना दिल को झकझोर देने वाली है। एक मां ने अपनी बेटी खो दी, एक परिवार उजड़ गया और समाज के सामने कई सवाल खड़े हो गए। हालांकि, पुलिस की त्वरित और सख्त कार्रवाई से यह उम्मीद जरूर जगी है कि न्याय की राह आसान नहीं, लेकिन संभव जरूर है।

अरवल पुलिस का संदेश साफ है—अपराध चाहे घर के अंदर हो या बाहर, कानून सबके लिए बराबर है।

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