श्रीनगर नौगाम थाने में भीषण विस्फोट, आठ की मौत — दिल्ली धमाके जैसी दहशत

Satveer Singh
0

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में बुधवार देर रात नौगाम थाने के भीतर हुए भीषण विस्फोट ने पूरे इलाके को दहला दिया। इस हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों में अधिकतर पुलिसकर्मी शामिल हैं जिन्हें उजाला सिग्नस, SMHS और 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि नौगाम के साथ-साथ छानपोरा, सनतनगर, रावलपोरा और पंथा चाैक तक सुनाई दी। विस्फोट से आसपास के घरों की खिड़कियां टूट गईं और कई मकानों में दरारें पड़ गईं।

फरीदाबाद से जब्त विस्फोटक की सैंपलिंग के दौरान हादसा?

सूत्रों के अनुसार, यह विस्फोट उस समय हुआ जब जांच टीमें फरीदाबाद से जब्त किए गए विस्फोटक की सैंपलिंग कर रही थीं। यह वही विस्फोटक सामग्री बताई जा रही है जिसे सफेदपोश आतंकवादी मॉड्यूल से बरामद किया गया था। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।

सूत्रों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद के एक किराए के आवास से 360 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री बरामद कर नौगाम थाने में रखा था। इस आतंकी मॉड्यूल से जुड़े डॉ. मुजम्मिल गनई समेत आठ आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।

दिल्ली विस्फोट से मिलती-जुलती वारदात

नौगाम विस्फोट के बाद सामने आए शुरुआती दृश्य दिल्ली में 10 नवंबर को लाल किले के पास हुए कार धमाके की याद दिला रहे हैं, जिसमें 13 लोगों की जान गई थी। दोनों घटनाओं में बरामद विस्फोटकों की प्रकृति और पैटर्न को जांच एजेंसियां जोड़कर देख रही हैं।

सूत्रों के मुताबिक, फरीदाबाद से जब्त किए गए 2900 किलोग्राम विस्फोटक में 358 किलोग्राम आरडीएक्स भी मिला था। एफएसएल टीम, तहसीलदार और अन्य अधिकारी उसी विस्फोटक की सैंपलिंग कर रहे थे, तभी हादसा हुआ।

जांच तेज, मॉड्यूल के दिल्ली हमले से जुड़े होने के संकेत

यह भी संभावना जताई जा रही है कि जिस सफेदपोश आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ नौगाम पुलिस स्टेशन ने पहले किया था, वही मॉड्यूल दिल्ली के लाल किले विस्फोट के लिए जिम्मेदार था। मामले की गहन जांच जारी है और पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर पुलिस स्टेशन में कितनी मात्रा में विस्फोटक रखा गया था।

इस भीषण हादसे ने श्रीनगर ही नहीं, पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर चिंता बढ़ा दी है। पुलिस और जांच एजेंसियां हर एंगल से मामले की जांच कर रही हैं।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!