पटना/अरवल। लगातार 12 वर्षों से चल रहे जन आंदोलन का सपना आखिरकार सच हो गया। रेल मंत्रालय ने बिहटा-अनुग्रह नारायण रोड नई रेल लाइन परियोजना को स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस परियोजना पर कुल 3606 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 117 किलोमीटर लंबी इस रेल लाइन के निर्माण से पटना, अरवल, जहानाबाद और औरंगाबाद जिलों के लोगों को सीधा रेल संपर्क मिलेगा।
रेल प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, अनुग्रह नारायण रोड से औरंगाबाद के बीच 13 किलोमीटर रेल लाइन की स्वीकृति पहले ही दी जा चुकी थी। अब संपूर्ण परियोजना को मंजूरी मिलने से क्षेत्र के लाखों लोगों का वर्षों पुराना सपना पूरा होगा।
रेल आंदोलन के सूत्रधार एवं बिहटा-अरवल-औरंगाबाद रेलवे लाइन संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक मनोज सिंह यादव ने इसे जनता की ऐतिहासिक जीत बताया। उन्होंने कहा कि यह सफलता केवल उनके संघर्ष की नहीं, बल्कि अरवल की महान जनता के सहयोग और आशीर्वाद का परिणाम है।
मनोज सिंह यादव, जो जेल में रहते हुए भी रेल आंदोलन को जारी रखे हुए थे, ने कहा कि "जनता के संघर्ष और एकजुटता ने ही इस लड़ाई को जीत में बदला है। यह अरवल औरंगाबाद की आने वाली पीढ़ियों के लिए ऐतिहासिक तोहफा है।"
इस परियोजना से न सिर्फ पटना-अरवल-औरंगाबाद सीधा जुड़ाव स्थापित होगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक विकास को भी नई गति मिलेगी।
रेल प्रशासन ने जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आंदोलन की आवाज ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को जमीन पर उतारने का मार्ग प्रशस्त किया।
रिपोर्ट सतवीर सिंह