अरवल। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव-2025 को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में शुक्रवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी कुमार गौरव एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. इनामउल हक ने संयुक्त रूप से विभिन्न स्थलों का व्यापक निरीक्षण कर चुनावी व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने सबसे पहले खेल भवन, अरवल का दौरा किया, जिसे डिस्पैच सेंटर के रूप में चिन्हित किया गया है। इसके बाद उन्होंने फतेहपुर संडा महाविद्यालय परिसर का जायजा लिया, जहाँ आगामी चुनाव हेतु स्ट्रॉन्ग रूम सह काउंटिंग सेंटर स्थापित किया जा रहा है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने दोनों स्थलों पर भौतिक सत्यापन करते हुए आवश्यक सुविधाओं का गहन अवलोकन किया। उन्होंने पाया कि कुछ व्यवस्थाओं को और मजबूत करने की जरूरत है और इसके लिए अधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश दिए।
दिए गए मुख्य निर्देश:
पार्किंग व्यवस्था: डिस्पैच सेंटर और स्ट्रॉन्ग रूम पर अधिकारियों, कर्मचारियों, पोलिंग एजेंटों एवं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के लिए सुव्यवस्थित पार्किंग सुनिश्चित की जाए।
पेयजल सुविधा: सभी स्थलों पर शुद्ध व पर्याप्त मात्रा में पेयजल की व्यवस्था हो।
शौचालय व्यवस्था: पर्याप्त संख्या में स्वच्छ शौचालय हों और महिला-पुरुष के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जाए।
आवागमन: प्रवेश और निकास मार्ग अलग-अलग सुनिश्चित हों ताकि भीड़भाड़ से बचा जा सके।
सुरक्षा: स्ट्रॉन्ग रूम के चारों ओर 24 घंटे सुरक्षा बल की तैनाती, सीसीटीवी कैमरे, अलार्म सिस्टम और कड़ी निगरानी हो।
अन्य सुविधाएँ: प्रकाश व्यवस्था, बैरिकेडिंग, प्रतीक्षालय, भोजन एवं आकस्मिक चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जाए।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी कुमार गौरव ने कहा—
“लोकतंत्र के इस महापर्व को पारदर्शी, स्वतंत्र और शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मतदाताओं, निर्वाचन कर्मियों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी।”
उन्होंने चेतावनी दी कि निर्वाचन कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी अधिकारियों को अपने दायित्व पूरे गंभीरता व तत्परता से निभाने होंगे।
अंत में उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदाताओं की सुविधा, सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। आने वाले दिनों में जिला प्रशासन लगातार स्थल निरीक्षण और समीक्षाएँ करता रहेगा ताकि चुनाव को लोकतंत्र के उत्सव की तरह मनाया जा सके।