अरवल। बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ, जिला इकाई अरवल की अनिश्चितकालीन हड़ताल गुरुवार को लगातार तेरहवें दिन भी जारी रही। सदर प्रखंड परिसर में बड़ी संख्या में कर्मियों ने जुटकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी मांगों पर अडिग रहने का संकल्प दोहराया।
धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सत्य प्रकाश भारती ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सरकार जब तक कर्मचारियों की जायज़ मांगों पर ठोस पहल नहीं करती, तब तक यह आंदोलन और तेज़ होता जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह संघर्ष कर्मचारियों के हक और सम्मान की लड़ाई है और इसे हर हाल में जीता जाएगा।
आज के धरना में बड़ी संख्या में कर्मियों ने भाग लिया। इनमें प्रमुख रूप से ब्रजेश कुमार सुधांशु, शिवदयाल सिंह, उपेन्द्र कुमार, कुन्दन कुमार, मनोज कुमार, अनवर इमाम, अमृत रंजन, तसव्वर आलम, सौरभ कुमार, रणविजय सिंह, राज कुमार, मोहम्मद शमीम, मोहम्मद शाहिद अनवर, रणधीर कुमार गुड्डू, रत्नेश कुमार, संतोष कुमार, रंजीत कुमार, धनंजय कुमार, ललेन्द्र सिंह सहित कई कर्मचारी शामिल रहे।
धरना स्थल पर वक्ताओं ने चेतावनी दी कि सरकार की लगातार उदासीनता से कर्मचारी नाराज हैं और यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और व्यापक होगा। उनका कहना था कि यदि स्थिति यही रही तो जिले के प्रशासनिक कार्य पूरी तरह ठप हो सकते हैं।
कर्मचारियों की यह एकजुटता साफ संकेत देती है कि अब वे पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। संघ का कहना है कि सरकार जितना देर करेगी, आंदोलन उतना ही उग्र रूप लेगा।
धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सत्य प्रकाश भारती ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सरकार जब तक कर्मचारियों की जायज़ मांगों पर ठोस पहल नहीं करती, तब तक यह आंदोलन और तेज़ होता जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह संघर्ष कर्मचारियों के हक और सम्मान की लड़ाई है और इसे हर हाल में जीता जाएगा।
आज के धरना में बड़ी संख्या में कर्मियों ने भाग लिया। इनमें प्रमुख रूप से ब्रजेश कुमार सुधांशु, शिवदयाल सिंह, उपेन्द्र कुमार, कुन्दन कुमार, मनोज कुमार, अनवर इमाम, अमृत रंजन, तसव्वर आलम, सौरभ कुमार, रणविजय सिंह, राज कुमार, मोहम्मद शमीम, मोहम्मद शाहिद अनवर, रणधीर कुमार गुड्डू, रत्नेश कुमार, संतोष कुमार, रंजीत कुमार, धनंजय कुमार, ललेन्द्र सिंह सहित कई कर्मचारी शामिल रहे।
धरना स्थल पर वक्ताओं ने चेतावनी दी कि सरकार की लगातार उदासीनता से कर्मचारी नाराज हैं और यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और व्यापक होगा। उनका कहना था कि यदि स्थिति यही रही तो जिले के प्रशासनिक कार्य पूरी तरह ठप हो सकते हैं।
कर्मचारियों की यह एकजुटता साफ संकेत देती है कि अब वे पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। संघ का कहना है कि सरकार जितना देर करेगी, आंदोलन उतना ही उग्र रूप लेगा।
रिपोर्ट सतवीर सिंह