पटना। बिहार के मसौढ़ी से एक ऐसी चौंकाने वाली खबर आई है जिसने पूरे सिस्टम की पोल खोल दी है। RTPS पोर्टल पर एक कुत्ते के नाम से निवास प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, प्रमाण पत्र संख्या डालकर कोई भी इस गड़बड़ी को चेक कर सकता है। यह मामला सामने आने के बाद प्रशासनिक व्यस्था पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं। आखिर किस तरह इतनी बड़ी लापरवाही हो गई? क्या सिस्टम में तकनीकी खामी है या कोई अंदरूनी गड़बड़ी?
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना RTPS में चल रहे भ्रष्टाचार और लापरवाही की कहानी खुद बयान कर रही है। अब देखना होगा कि सरकार और प्रशासन इस चौंकाने वाली घटना पर क्या कार्रवाई करते हैं।
सोचिए, अगर कुत्ते का प्रमाण पत्र बन सकता है, तो सिस्टम में और क्या-क्या हो सकता है?