पटना। जनता दल-यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने गुरुवार को लगातार दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर एक बार फिर बिहार की कमान संभाली। उनके साथ कुल 26 मंत्रियों ने शपथ ली। नए मंत्रिपरिषद में इस बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के दलों के बीच संतुलन साफ दिखाई देता है।
कैबिनेट में भारतीय जनता पार्टी (BJP) से 14 मंत्री, जेडीयू से 8, लोजपा (रामविलास) से 2, जबकि हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) से एक-एक मंत्री शामिल किए गए हैं। हालांकि, अब भी कुल 9 मंत्री पद रिक्त हैं, जिन्हें आगामी विस्तार के दौरान भरा जाएगा।
निर्धारित फार्मूले के अनुसार 89 सीटों वाली बीजेपी को कुल 16 मंत्री पद, 85 सीटों वाली जेडीयू को 14, 19 सीटों वाली लोजपा (रामविलास) को 3 और हम व रालोमो को एक-एक पद मिलना तय है। फिलहाल बीजेपी के दो और जेडीयू के छह पद खाली हैं, जबकि लोजपा (आर) का एक पद शेष है। हम और रालोमो का कोटा पूरा हो चुका है। राज्य में मंत्रिमंडल की अधिकतम सीमा मुख्यमंत्री समेत 36 सदस्यों की है।
शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची इस प्रकार है:
सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडेय, दिलीप जायसवाल, अशोक चौधरी, लेशी सिंह, मदन सहनी, नितिन नवीन, राम कृपाल यादव, संतोष कुमार सुमन, सुनील कुमार, मोहम्मद जमा खान, संजय सिंह टाइगर, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निषाद, लखेंद्र कुमार रौशन, श्रेयसी सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश।
नीतीश कुमार की नई कैबिनेट को जहां अनुभव और युवा चेहरे का मिश्रण बताया जा रहा है, वहीं आने वाले दिनों में होने वाले विस्तार से राजनीतिक हलकों में नए समीकरण बनने की संभावना भी दिख रही है।
