अरवल, बिहार: सगासा संघर्ष समिति बिहार के बैनर तले शुक्रवार को अरवल प्रखंड कार्यालय के समक्ष जोरदार धरना प्रदर्शन किया गया। इस आंदोलन के माध्यम से ग्रामीण आवास कर्मियों ने अपनी 16 सूत्री मांगों को सरकार के समक्ष रखा और जल्द समाधान की मांग की।
प्रदर्शन में शामिल ग्रामीण आवास सहायक, पर्यवेक्षक, प्रखंड लेखापाल समेत अन्य कर्मियों ने सरकार से स्पष्ट मांग की कि उनकी सेवाओं को स्थायी किया जाए और उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए। उन्होंने यह भी मांग की कि स्थायी कर्मियों के अनुरूप सभी सुविधाएं उन्हें प्रदान की जाएं और नियुक्ति की तिथि से नियमित वेतनमान पर समायोजित किया जाए।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि संविदा कर्मियों के नियमितीकरण हेतु गठित उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसाओं को सरकार द्वारा अब तक लागू नहीं किया गया है, जबकि इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार द्वारा संकल्प ज्ञापन संख्या 3/एम-13/2018 सा.पा.12534, दिनांक 19/09/2018 को पारित किया जा चुका है। इसके तहत ग्रामीण आवास कर्मियों की सेवा पुस्तिका का संधारण और सेवा शर्त नियमावली का निर्धारण किया जाना था।
कर्मियों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनकी मांगों की अनदेखी की, तो वे आंदोलन को और व्यापक स्तर पर ले जाने को बाध्य होंगे। धरने में जिले भर से बड़ी संख्या में ग्रामीण आवास कर्मी शामिल हुए और एकजुटता का परिचय दिया।