अरवल : अरवल जिला शिक्षा कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया है, जहाँ पटना निगरानी विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए दो कर्मचारियों को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए कर्मचारियों में प्रधान लिपिक मनोज कुमार और कंप्यूटर ऑपरेटर संतोष कुमार शर्मा शामिल हैं।
यह कार्रवाई एक रिटायर्ड शिक्षक की लिखित शिकायत के बाद की गई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि सेवानिवृत्ति लाभ की स्वीकृति के लिए उनसे 50 हजार रुपये की मांग की गई थी। निगरानी विभाग ने शिकायत की सत्यता की पुष्टि करने के बाद एक विशेष ऑपरेशन चलाया और अरवल बाजार स्थित भवानी होटल में इन दोनों कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ा।
निगरानी विभाग के डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि आरोपी लंबे समय से जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में कार्यरत थे और रिटायर्ड शिक्षक को उनका हक़ दिलाने के बदले रिश्वत की मांग कर रहे थे। फिलहाल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पटना लाया गया है, जहां उनसे गहन पूछताछ जारी है।
यह घटना शिक्षा विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर गंभीर सवाल खड़े करती है, खासकर तब जब रिटायर्ड शिक्षक जैसे सम्मानित लोगों को भी अपने अधिकारों के लिए घूस देनी पड़ रही है।