बिहार सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों को एक अजीबो-गरीब आदेश दिया है, जिसमें उन्हें कुत्तों को स्कूल के अंदर और बाहर से भगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आदेश में कहा गया है कि स्कूल प्रबंधन यह सुनिश्चित करे कि कुत्ते स्कूल कैंपस में न बैठें।
इस आदेश पर शिक्षकों ने सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें बच्चों को पढ़ाना चाहिए, न कि कुत्तों को भगाने का काम करना चाहिए। शिक्षकों का कहना है कि यह आदेश उनके पेशेवर कर्तव्यों से संबंधित नहीं है और यह उनका समय बर्बाद करेगा।
इस मुद्दे पर बिहार के एमएलसी वंशीधर ब्रजवासी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह आदेश बिहार के शिक्षकों की छवि को खराब करने वाला है और इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। वंशीधर ने सरकार से इस आदेश पर पुनर्विचार करने की अपील की।
यह मामला अब राज्यभर में चर्चा का विषय बन गया है, और शिक्षकों की ओर से सरकार से इस आदेश को वापस लेने की मांग तेज हो गई है।
	
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