किशनगंज को सर्वाइकल कैंसर से मुक्त करने की दिशा में एक और कदम:केजीबीवी छतरगाछ में किशोरियों को एचपीवी टीकाकरण

Satveer Singh
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किशनगंज को सर्वाइकल कैंसर से मुक्त करने की दिशा में एक और कदम:केजीबीवी छतरगाछ में किशोरियों को एचपीवी टीकाकरण
जागरूकता, समर्पण और समन्वय से सफल हो रहा टीकाकरण अभियान


किशनगंज। भारत में महिलाओं की एक बड़ी संख्या सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित होती है, जो मानव पेपिलोमा वायरस (HPV) के संक्रमण से उत्पन्न होता है। इस खतरनाक बीमारी से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका एचपीवी का समय पर टीकाकरण है। किशनगंज जिले में एचपीवी वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के समन्वय से यह अभियान गंभीरता से संचालित किया जा रहा है। इसी क्रम में आज प्रखंड पोठिया के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) छतरगाछ में किशोरियों को एचपीवी का टीका लगाया गया।

टीकाकरण कार्यक्रम का सफल आयोजन:

कस्तूरबा गांधी विद्यालय छतरगाछ में आयोजित एचपीवी टीकाकरण शिविर में 9 से 14 वर्ष की आयु वर्ग की बालिकाओं को टीका लगाया गया। इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिकाओं, आशा कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य कर्मियों ने बालिकाओं को टीकाकरण के महत्व की जानकारी दी। बालिकाएं जागरूकता के साथ टीका लेने आगे आईं, जिससे कार्यक्रम को सुचारू रूप से सम्पन्न किया जा सका।

बेटियों को भविष्य में जानलेवा बीमारी से बचाने की सुरक्षा ढाल है।

सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया, "एचपीवी टीकाकरण केवल एक टीका नहीं है, यह हमारी बेटियों को भविष्य में जानलेवा बीमारी से बचाने की सुरक्षा ढाल है। किशनगंज जिले में यह कार्यक्रम प्राथमिकता पर चलाया जा रहा है, और हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई भी पात्र किशोरी टीकाकरण से वंचित न रह जाए।"

बेटियों के लिए एक 'रक्षाकवच

जिलाधिकारी विशाल राज ने एचपीवी टीकाकरण अभियान को किशनगंज की बेटियों के लिए एक 'रक्षाकवच' बताया। उन्होंने कहा, "यह अभियान केवल स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि पूरे समाज की। हम सबकी यह जिम्मेदारी है कि अपनी बेटियों को सर्वाइकल कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए उन्हें समय पर एचपीवी का टीका लगवाएं।"

वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावी है।

डॉ. देवेंद्र कुमार ने बताया, "एचपीवी वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावी है। यह वैक्सीन शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाकर सर्वाइकल कैंसर के खतरे को 90% तक कम कर देती है। हमारे सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर यह निःशुल्क उपलब्ध है और स्कूलों में विशेष शिविर के माध्यम से भी इसे उपलब्ध कराया जा रहा है।"

जिला स्तरीय मॉनिटरिंग और निरंतर प्रयास:

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेंद्र कुमार ने बताया कि पूर्व में टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर जिला प्रतिरक्षण कोषांग एवं स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से सभी प्रखंडों में रणनीतिक रूपरेखा तैयार की गई थी। सीएस कार्यालय से लगातार मॉनिटरिंग हो रही है और स्कूलों, आंगनबाड़ियों एवं पंचायत स्तर तक टीम गठित कर समर्पणपूर्वक कार्य किया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि अब जिले में एचपीवी टीकाकरण तेजी से रफ्तार पकड़ चुका है।एचपीवी टीकाकरण अभियान केवल एक स्वास्थ्य गतिविधि नहीं, बल्कि हमारी बेटियों के बेहतर भविष्य की नींव है। यह अभियान तभी सफल होगा जब समाज के हर वर्ग की सहभागिता होगी — अभिभावक, शिक्षक, प्रशासन और स्वास्थ्य कर्मी एकजुट होकर इसे सफल बनाएं। किशनगंज जिले में यह साझा प्रयास दिख रहा है और उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में हम सर्वाइकल कैंसर मुक्त समाज की ओर एक बड़ी छलांग लगाएंगे।

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