npx -p @lhci/cli lhci collect --url https://example.com -n 5 npx -p @lhci/cli lhci upload --target filesystem --outputDir ./path/to/dump/reports const fs = require('fs'); const lhciManifest = require('./path/to/dump/reports/manifest.json'); const medianEntry = lhciManifest.find(entry => entry.isRepresentativeRun) const medianResult = JSON.parse(fs.readFileSync(medianEntry.jsonPath, 'utf-8')); console.log('Median performance score was', medianResult.categories.performance.score * 100); npx -p @lhci/cli lhci collect --url https://example.com -n 5 --mode psi --psiApiKey xXxXxXx npx -p @lhci/cli lhci upload --target filesystem --outputDir ./path/to/dump/reports इस राज्य में बसों का चक्का जाम, ड्राइवर से लेकर कंडक्टर तक सभी कर्मचारी हड़ताल पर, जानिए क्या है मांग?

इस राज्य में बसों का चक्का जाम, ड्राइवर से लेकर कंडक्टर तक सभी कर्मचारी हड़ताल पर, जानिए क्या है मांग?

Satveer Singh
0
इस राज्य में बसों का चक्का जाम, ड्राइवर से लेकर कंडक्टर तक सभी कर्मचारी हड़ताल पर, जानिए क्या है मांग?

राज्य के चार प्रमुख परिवहन निगमों के कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत कर दी है। हड़ताल में बस ड्राइवर, कंडक्टर और अन्य सहायक कर्मचारी शामिल हैं। इससे पूरे राज्य में बस सेवाएं पूरी तरह ठप हो गई हैं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

हड़ताल की वजह से हजारों बसें डिपो में खड़ी रह गईं और रोडवेज बस अड्डों पर सन्नाटा पसरा रहा। लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्री घंटों तक बसों का इंतजार करते रहे। राजधानी लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, आगरा और प्रयागराज समेत कई शहरों में आमजन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। स्कूल, कॉलेज और कार्यालय जाने वाले लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।

हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की मुख्य मांगें हैं – नियमितीकरण, वेतन विसंगतियों का समाधान, पुराने पेंशन योजना की बहाली और काम के अनुकूल सुविधाएं। कर्मचारी नेताओं ने कहा है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को लेकर ठोस आश्वासन नहीं देती, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी।

इस बीच, राज्य सरकार ने हड़ताल को अनुचित बताते हुए कर्मचारियों से तुरंत काम पर लौटने की अपील की है। साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था के तहत निजी बसों और अन्य साधनों को सेवा में लगाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वह यात्रियों की भारी संख्या के मुकाबले नाकाफी साबित हो रही है।

प्रशासन की ओर से बातचीत की कोशिशें जारी हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(2)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Out
Ok, Go it!
To Top