ओला-ऊबर को टक्कर देने आ रहा भारत टैक्सी: देश का पहला ड्राइवर-ओन्ड राइड-हेलिंग ऐप लॉन्च
नई दिल्ली। देश के राइड-हेलिंग बाजार में एक ताज़ा हवा की तरह भारत टैक्सी (Bharat Taxi) उतरने को तैयार है—एक ऐसा मॉडल जो निजी ऐप कंपनियों के लंबे समय से चले आ रहे वर्चस्व को चुनौती देगा। संसद में सरकार ने बताया कि यह नया प्लेटफॉर्म पूरी तरह ड्राइवर-ओन्ड कोऑपरेटिव मॉडल पर चलेगा, यानी ऐप का असली मालिकाना हक़ उसी वर्ग के पास होगा जो सड़क पर दिन-रात मेहनत करता है: ड्राइवर।
यह कदम उस समय आया है जब देश भर में ओला (Ola), ऊबर (Uber) और रैपिडो (Rapido) जैसे ऐप्स पर ड्राइवरों की बढ़ती निर्भरता और कमीशन कटौती को लेकर लंबे समय से नाराजगी रही है। ऐसे माहौल में भारत टैक्सी ड्राइवर समुदाय के लिए उम्मीद की नई डगर खोलता दिख रहा है।
ड्राइवर होंगे मालिक, 100% किराया उन्हीं का
भारत टैक्सी को सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड (Sahkar Taxi Cooperative Ltd.) चलाएगा—एक मल्टी-स्टेट कोऑपरेटिव, जिसमें किसी भी सरकारी एजेंसी की हिस्सेदारी नहीं है। इस प्लेटफॉर्म की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि:
- ड्राइवर ऐप के सदस्य और मालिक होंगे
- 100% किराया ड्राइवर को मिलेगा
- कोई कमीशन नहीं—कोई कटौती नहीं
- ड्राइवरों का बोर्ड में प्रतिनिधित्व
- हर साल डिविडेंड और मुनाफे में हिस्सा
अब तक दिल्ली और सौराष्ट्र में 51,000 से अधिक ड्राइवर इस प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर हो चुके हैं। यह आंकड़ा दुनिया के सबसे बड़े ड्राइवर-स्वामित्व वाले राइड-हेलिंग नेटवर्क की ओर इशारा करता है।
सॉफ्ट लॉन्च शुरू — दिल्ली और गुजरात में परीक्षण
2 दिसंबर से भारत टैक्सी ऐप का सॉफ्ट लॉन्च दिल्ली और गुजरात में शुरू हो गया है। फिलहाल ऐप एंड्रॉइड प्ले स्टोर पर उपलब्ध है, जबकि iOS संस्करण जल्द जारी होगा।
इस प्लेटफॉर्म पर सभी प्रमुख वाहन श्रेणियाँ शामिल होंगी:
- दोपहिया
- बाइक टैक्सी
- ऑटो-रिक्शा
- चारपहिया कैब
यह एकीकृत मॉडल शहरी परिवहन की सबसे बड़ी चुनौतियों—फर्स्ट-माइल और लास्ट-माइल कनेक्टिविटी—को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभा सकता है।
कैसा होगा ऐप?
प्लेटफॉर्म को खासतौर पर पारदर्शिता, सुरक्षा और सरल अनुभव के लिए तैयार किया गया है। इसमें शामिल हैं:
1. आसान राइड बुकिंग
सरल इंटरफेस, कम स्टेप्स और फास्ट रेस्पॉन्स के साथ यात्री जल्दी से राइड बुक कर सकेंगे।
2. पारदर्शी किराया
कोई हिडेन चार्ज नहीं।
किराए का नियंत्रण कोऑपरेटिव के हाथ में होगा ताकि अनावश्यक सरचार्ज और सर्ज प्राइसिंग से राहत मिल सके।
3. लाइव ट्रैकिंग और मल्टी-लैंग्वेज सपोर्ट
भारत की भाषाई विविधता को ध्यान में रखते हुए ऐप में कई भारतीय भाषाओं का विकल्प शामिल किया गया है।
24×7 सपोर्ट और सुरक्षा — दिल्ली पुलिस के साथ साझेदारी
ऐप ड्राइवर और यात्रियों दोनों को 24×7 सहायता प्रदान करेगा। सुरक्षा के लिए:
- दिल्ली पुलिस के साथ साझेदारी
- मजबूत सेफ्टी फ्रेमवर्क
- वेरिफाइड ड्राइवर
- इन-ऐप सेफ्टी अलर्ट
यह व्यवस्था खासकर बड़े शहरों में यात्रा को और सुरक्षित बनाएगी।
ओला-ऊबर के लिए सीधी चुनौती
सरकार का कहना है कि भारत टैक्सी निजी कंपनियों की “एकाधिकार शैली” को तोड़कर एक समान अवसर वाला परिवहन इकोसिस्टम बनाएगा। ड्राइवरों की कमाई बढ़ेगी और यात्रियों के लिए भी अधिक पारदर्शी और किफायती विकल्प उपलब्ध होगा।
भारत टैक्सी पूरी तरह शुरू होते ही राइड-हेलिंग सेक्टर में ओला और ऊबर के लिए सीधी मुकाबले की स्थिति पैदा कर देगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह मॉडल सफल रहता है, तो भारत वैश्विक स्तर पर कोऑपरेटिव राइड-हेलिंग का सबसे बड़ा उदाहरण बन सकता है।
राइड-हेलिंग बाज़ार में यह बदलाव महज़ एक नया ऐप नहीं, बल्कि सड़क पर मेहनत करने वाले लाखों ड्राइवरों के अधिकार और सम्मान को नए सिरे से परिभाषित करने का प्रयास भी है।