गोवा नाइट क्लब अग्निकांड: लूथरा भाई थाईलैंड भागे, पुलिस ने की तेजी से कार्रवाई
नई दिल्ली: गोवा के बिर्च नाइट क्लब में रविवार रात लगी भीषण आग के चलते 25 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के बाद क्लब के मालिक सौरभ और गौरव लूथरा देश छोड़कर थाईलैंड चले गए हैं। गोवा पुलिस ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि दोनों भाइयों के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।
पुलिस ने बताया कि लूथरा भाईयों के ठिकानों पर छापेमारी करने के लिए एक टीम दिल्ली भेजी गई। चूंकि दोनों भाइयों के आवास पर कोई मौजूद नहीं था, इसलिए पुलिस ने उनके घर पर नोटिस चिपका दिया। इसके बाद, गोवा पुलिस ने इमीग्रेशन ब्यूरो से संपर्क कर लुकआउट सर्कुलर जारी किया, जिससे कि उनकी ठिकानों पर नजर रखी जा सके।
गौरव और सौरभ लूथरा उस समय दिल्ली में थे, जब यह दर्दनाक घटना घटी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों भाई घटना के कुछ घंटों बाद 7 दिसंबर की सुबह फुकेत के लिए उड़ान भर चुके थे। इसके चलते गोवा पुलिस ने सीबीआई के इंटरपोल विभाग से भी संपर्क किया है, ताकि दोनों को पकड़ा जा सके।
घटना पर लूथरा का बयान
सौरभ लूथरा ने इंस्टाग्राम पर एक बयान जारी करते हुए इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में हुई जान-माल की हानि पर गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा, “हम मृतकों और घायलों के परिवारों के साथ खड़े हैं और उन्हें हर संभव मदद, समर्थन और सहयोग देंगे।”
इसी बीच, थाईलैंड और भारत के बीच प्रत्यर्पण संधि होने के कारण उनके खिलाफ कारवाई की संभावना बनी हुई है। यह संधि 2015 से प्रभावी है, जिससे भारत सरकार लूथरा भाईयों को वापस ला सकती है।
लूथरा भाइयों की पृष्ठभूमि
सौरभ लूथरा, जो दिल्ली में जन्मे हैं, ने कंप्यूटर साइंस में बी.टेक किया है। उन्होंने कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करने के बाद रेस्टोरेंट बिजनेस में कदम रखा। उनके द्वारा स्थापित ब्रांड रोमियो लेन ने दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव, गोवा और कई अन्य शहरों में कई रेस्टोरेंट खोले हैं।
उनका बिर्च नाइट क्लब गोवा में एक प्रमुख आकर्षण था, जिसे “भारत का पहला आइलैंड बार” के रूप में पेश किया गया था। इस क्लब के खिलाफ पहले भी ध्वनि प्रदूषण के मामलों में नोटिस जारी किया गया था, जो उनकी व्यवसायिक छवि को प्रभावित करता है।
पुलिस की कार्रवाई
बिर्च नाइट क्लब में आग लगने की घटना के सिलसिले में पुलिस ने लूथरा परिवार, मैनेजरों और कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। पिछले रविवार को आग लगने के बाद पुलिस ने क्लब के चार कर्मचारियों को गिरफ्तार किया, जिनमें मुख्य जनरल मैनेजर से लेकर बार मैनेजर शामिल थे।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के ऑफिस ने यह भी जानकारी दी कि प्राप्त लाइसेंस के अनुसार, क्लब के संचालन में आवश्यक अनुमति का पालन नहीं किया गया था। स्थानीय निकाय को ऐसे लगातार अवैध गतिविधियों पर कार्रवाई करने का अधिकार है, लेकिन इसे अब तक नजरअंदाज किया गया है।
निष्कर्ष
बिर्च नाइट क्लब में लगी आग एक गंभीर मुद्दे को उजागर करती है—सुरक्षा प्रोटोकॉल का अनुपालन। इस घटना ने ना केवल पीड़ितों के परिवारों को चीर दिया है, बल्कि पूरे देश में एक महत्वपूर्ण चर्चा भी शुरू कर दी है कि कैसे ऐसे प्रतिष्ठानों में सुरक्षा की आवश्यकता होती है। आगे की कानूनी कार्रवाई का इंतजार है और यह देखना होगा कि लूथरा भाइयों पर कौन सी कार्रवाई होती है।