ईडी कार्रवाई पर कांग्रेस का बड़ा हमला, अदालत के फैसले को बताया ‘सत्य की जीत’
अरवल। कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई को लेकर सियासत एक बार फिर गरमा गई है। जिला कांग्रेस कमेटी ने इसे पूरी तरह गलत, झूठी और राजनीति से प्रेरित कार्रवाई करार देते हुए मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. धनंजय शर्मा और प्रदेश प्रतिनिधि निसार अख्तर अंसारी ने संयुक्त प्रेस बयान जारी कर कहा कि मोदी सरकार ने बदले की भावना से कांग्रेस नेतृत्व को बदनाम करने के उद्देश्य से ईडी का दुरुपयोग कराया। उन्होंने दावा किया कि अदालत में आज यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस नेताओं के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार और झूठे थे। न्यायालय ने सरकार को ऐसे आरोपों से बाज आने की कड़ी टिप्पणी भी की है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि विपक्ष के नेताओं के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाने और राजनीतिक लाभ लेने के लिए इस तरह की एजेंसियों का इस्तेमाल करना लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। यह न सिर्फ निंदनीय है, बल्कि संवैधानिक मूल्यों के भी खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने सत्ता का दुरुपयोग कर कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं की छवि खराब करने की साजिश रची।
संयुक्त बयान में यह भी कहा गया कि यह कोई पहली बार नहीं है जब भाजपा ने इस तरह के आरोप लगाए हों। इससे पहले भी पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह पर कोयला घोटाले समेत कई गंभीर आरोप लगाए गए थे, जिन्हें बाद में अदालत ने पूरी तरह झूठा करार दिया। कोर्ट ने साफ कहा था कि आरोपों का कोई आधार नहीं है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बार-बार झूठे मामलों में फंसाकर विपक्ष को डराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन न्यायपालिका ने सच का साथ दिया है। इसे कांग्रेस पार्टी ‘सत्य की जीत’ मानती है।
जिला कांग्रेस कमेटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो राष्ट्रपति महोदया से मांग की जाएगी कि ऐसी “झूठी और दमनकारी सरकार” को बर्खास्त किया जाए।
इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है और आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर सियासी टकराव और बढ़ने के आसार हैं।