अरवल में डीएम ने की आपूर्ति विभाग की गहन समीक्षा, पारदर्शिता पर सख्त निर्देश
अरवल। जिला आपूर्ति कार्यालय द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति का विस्तृत आकलन मंगलवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी अभिलाषा शर्मा ने की। इस दौरान सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस), खाद्यान्न उठाव एवं भंडारण, लाभुकों तक नियमित वितरण, आधार आधारित प्रमाणीकरण, दुकानदारों की जवाबदेही और शिकायत निवारण से जुड़े सभी प्रमुख बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई।
जिला पदाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के प्रत्येक चरण में पारदर्शिता और जवाबदेही सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी लाभुक को अनाज प्राप्त करने में कठिनाई नहीं होनी चाहिए और सभी उचित मूल्य दुकानों पर दर सूची, स्टॉक और अन्य आवश्यक जानकारी स्पष्ट रूप से प्रदर्शित की जाए। उन्होंने निरीक्षण व्यवस्था को और सुदृढ़ करने पर बल देते हुए कहा कि अनियमितता पाए जाने पर संबंधित दुकानदार या अधिकारी पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
आधार आधारित प्रमाणीकरण की समीक्षा करते हुए डीएम ने निर्देश दिया कि जहां-जहां तकनीकी समस्याएं हैं, उन्हें शीघ्र दूर किया जाए, ताकि लाभुकों की पहचान प्रक्रिया बिना बाधा के पूरी हो सके। उन्होंने खाद्यान्न उठाव एवं भंडारण की स्थिति की भी समीक्षा की और समय पर उठाव तथा सुरक्षित भंडारण सुनिश्चित करने को कहा।
शिकायत निवारण प्रणाली पर बात करते हुए डीएम ने सभी अधिकारियों से लंबित शिकायतों का त्वरित निपटान करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शिकायतों का समाधान जनता के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और इसे अत्यंत गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
बैठक में उप विकास आयुक्त शैलेश कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी गोविंद मिश्रा, सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी और संबंधित कर्मचारी उपस्थित रहे। अंत में डीएम ने स्पष्ट किया कि जनहित से जुड़ी योजनाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है और प्रशासन पारदर्शिता तथा दक्षता के सिद्धांतों पर निरंतर कार्य करता रहेगा।