अरवल भाजपा कार्यालय में अटल बिहारी वाजपेयी को शताब्दी नमन, 100 दीपों की रोशनी में गूंजा श्रद्धा और संकल्प
अरवल में श्रद्धा और स्मृति का विशेष आयोजन
अरवल भाजपा जिला कार्यालय में मंगलवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जन्म जयंती (शताब्दी वर्ष) की पूर्व संध्या पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने अटल जी के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर 100 दीप जलाए और उन्हें नमन किया। पूरा कार्यालय परिसर दीपों की रोशनी और “अटल जी अमर रहें” के नारों से गूंज उठा।
100 दीपों के माध्यम से अटल जी को स्मरण
कार्यक्रम की सबसे विशेष बात यह रही कि अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के प्रतीक स्वरूप 100 दीप प्रज्वलित किए गए। यह दीप न केवल उनके शताब्दी वर्ष का प्रतीक बने, बल्कि उनके विचारों, सिद्धांतों और राष्ट्र के प्रति समर्पण की निरंतर ज्योति का संदेश भी देते नजर आए। कार्यकर्ताओं ने दीप जलाकर उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
अटल जी: राजनीति और साहित्य का अद्भुत संगम
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र तिवारी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी भारतीय राजनीति के ऐसे व्यक्तित्व थे, जिन्हें जितना सम्मान एक सफल राजनेता के रूप में मिला, उतना ही स्नेह उन्हें एक कवि और साहित्यकार के रूप में भी प्राप्त हुआ।
उन्होंने कहा कि अटल जी की कविताएं केवल शब्द नहीं थीं, बल्कि उनके संवेदनशील हृदय और दूरदर्शी सोच का प्रतिबिंब थीं। उनकी रचनाओं में राष्ट्र, समाज, जीवन और मानवीय मूल्यों की गहरी झलक मिलती है।
युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत अटल बिहारी वाजपेयी
जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र तिवारी ने विशेष रूप से युवा पीढ़ी का उल्लेख करते हुए कहा कि आज के युवाओं को अटल जी के साहित्य, भाषणों और जीवन दर्शन से बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि अटल जी ने जिस तरह सादगी, शालीनता और विचारों की दृढ़ता के साथ राजनीति की, वह आज भी अनुकरणीय है। उनकी रचनाधर्मिता युवाओं को सोचने, समझने और राष्ट्रहित में स्वयं को योग्य बनाने की प्रेरणा देती है।
त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति थे अटल जी
अपने संबोधन में जिलाध्यक्ष ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी त्याग और तपस्या की सजीव प्रतिमूर्ति थे। सत्ता में रहते हुए भी उन्होंने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अटल जी का आशीर्वाद भारतीय जनता पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता को निरंतर मिलता रहेगा और उनके बताए मार्ग पर चलकर पार्टी राष्ट्र सेवा के कार्य को और मजबूत करेगी।
जीवन शैली और कार्यशैली से लेने की जरूरत है प्रेरणा
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की जीवन शैली और कार्यशैली आज के राजनीतिक परिदृश्य में भी प्रासंगिक है।
उन्होंने राजनीति को संवाद, सहमति और संवेदना से जोड़ने का काम किया। विरोधियों के प्रति भी उनके मन में सम्मान का भाव रहता था, जो उन्हें एक महान नेता के रूप में स्थापित करता है।
वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की रही सक्रिय भागीदारी
इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाजपा संगठन के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से भाजपा जिला उपाध्यक्ष गिरेन्द्र कुमार, पूर्व जिला महामंत्री कुशवाहा चन्दन, जिला मंत्री अमृत राज उपाध्याय, कार्यालय मंत्री धनंजय रविदास, नगर अध्यक्ष चन्दन खत्री सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
सभी ने अटल जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।
संगठन में दिखा उत्साह और भावनात्मक जुड़ाव
पूरे कार्यक्रम के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह और भावनात्मक जुड़ाव साफ तौर पर देखने को मिला। कई कार्यकर्ताओं ने अटल जी के प्रसिद्ध कथनों और कविताओं को याद करते हुए उनके व्यक्तित्व पर चर्चा की।
कार्यक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया कि अटल बिहारी वाजपेयी केवल एक नेता नहीं, बल्कि एक विचार, एक भावना और एक युग थे, जो आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करते रहेंगे।
शताब्दी वर्ष में होंगे और भी कार्यक्रम
भाजपा नेताओं ने संकेत दिए कि अटल बिहारी वाजपेयी के शताब्दी वर्ष के दौरान जिले में विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और वैचारिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके माध्यम से नई पीढ़ी को उनके जीवन, संघर्ष और राष्ट्र निर्माण में योगदान से अवगत कराया जाएगा।
निष्कर्ष:
अरवल भाजपा जिला कार्यालय में आयोजित यह कार्यक्रम केवल श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों को जीवंत रखने का प्रयास रहा। 100 दीपों की रोशनी में यह संदेश स्पष्ट दिखा कि अटल जी का व्यक्तित्व और कृतित्व आज भी भाजपा कार्यकर्ताओं और देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है।