शारीरिक स्वास्थ्य को लेकर बढ़ती जागरूकता, विशेषज्ञों ने बताया—क्या है ‘बॉडी हेल्थ’
बॉडी हेल्थ क्या है?
आज के तेजी से बदलते जीवन में “बॉडी हेल्थ” यानी शारीरिक स्वास्थ्य एक प्रमुख मुद्दा बन गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बॉडी हेल्थ का मतलब केवल बीमार न होना नहीं है, बल्कि यह शरीर के सभी अंगों के सही और संतुलित तरीके से काम करने की अवस्था है। देशभर में फिटनेस और स्वास्थ्य को लेकर बढ़ती जागरूकता के बीच लोग यह जानना चाहते हैं कि वास्तव में बॉडी हेल्थ क्या होती है और इसे कैसे बनाए रखा जा सकता है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, बॉडी हेल्थ तीन मुख्य तत्वों पर आधारित होती है—संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त विश्राम। विशेषज्ञों का कहना है कि पौष्टिक और संतुलित भोजन शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। समय पर भोजन न करना, फास्ट फूड और अत्यधिक तैलीय भोजन का सेवन शारीरिक स्वास्थ्य को लंबे समय में नुकसान पहुंचाता है।
नियमित व्यायाम भी बॉडी हेल्थ का महत्वपूर्ण हिस्सा है। डॉक्टरों के अनुसार, रोज 30 मिनट तक पैदल चलना, योग या हल्का व्यायाम हृदय, फेफड़ों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। वहीं, जिन लोगों की जीवनशैली बैठकर काम करने वाली है, उनमें मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग तेजी से बढ़ रहे हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि उचित नींद भी शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है। कम नींद लेने से शरीर थकान, तनाव और कमजोर इम्यून सिस्टम का शिकार हो जाता है। 7 से 8 घंटे की नींद को आदर्श माना जाता है।
इसके अलावा स्वच्छता, पानी का पर्याप्त सेवन, तनावमुक्त रहना और नशे से दूरी जैसी चीजें भी बॉडी हेल्थ का हिस्सा हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि लोग इन आदतों को अपनाएँ, तो शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होने के साथ-साथ जीवन की गुणवत्ता भी बढ़ेगी।
आज के समय में बॉडी हेल्थ सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि एक आवश्यकता बन चुकी है।