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अरवल: भाकपा माले का बुल्डोजर राज के खिलाफ प्रदर्शन तेज, जिला पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष एकदिवसीय धरना

बिहार में नई सरकार के गठन के बाद प्रशासन द्वारा की जा रही बुल्डोजर कार्रवाई को लेकर राजनीतिक तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को अरवल में भाकपा माले (CPI-ML) ने जिला पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष एकदिवसीय धरना देकर सरकार पर गरीब-विरोधी नीतियों का आरोप लगाया। धरना की अध्यक्षता भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य कॉमरेड सुरेंद्र शाह ने की।

प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक शामिल हुए। धरना स्थल पर भाकपा माले जिला सचिव कॉमरेड जितेंद्र यादव, पूर्व विधायक कॉमरेड महानंद सिंह, राज्य कमिटी सदस्य कॉमरेड रविंद्र यादव, जिला कमिटी सदस्य कॉमरेड त्रिभुवन शर्मा, किसान नेता कॉमरेड रामकुमार वर्मा, जिला परिषद सदस्य कॉमरेड महेश यादव, कॉमरेड शाह शाद, कॉमरेड देवमंदिर सिंह, कॉमरेड गणेश यादव, पूर्व मुखिया विजय पासवान, कॉमरेड सिद्धनाथ ठाकुर, कॉमरेड सूरजदयाल चंद्रवंशी और अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।

धरना को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक कॉमरेड महानंद सिंह ने कहा कि बिहार में नई सरकार बनने के बाद गरीबों के घरों पर बुल्डोजर चलाने की घटनाएं बढ़ी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नालंदा के शिवनंदन नगर, समस्तीपुर, पटना के दुल्हन बाजार सहित कई क्षेत्रों में गरीब परिवारों के घर और दुकानों को ध्वस्त किया गया है। “सरकार गरीबों को पांच डिसमिल जमीन तक उपलब्ध नहीं करा पा रही, ऊपर से उनके सिर से छत भी छीनने का काम हो रहा है,” उन्होंने कहा।

महानंद सिंह ने आगे आरोप लगाया कि NDA सरकार गरीबों के मताधिकार से प्राप्त जनादेश का सम्मान नहीं कर रही और तानाशाही रवैया अपना रही है। उन्होंने कहा कि अपराध व भ्रष्टाचार में बढ़ोतरी से जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। “क्या इसी लिए लोगों ने वोट दिया था कि उनका घर उजाड़ दिया जाए? आज बिहार के गरीब इससे आहत और आक्रोशित हैं,” उन्होंने कहा।

भाकपा माले नेताओं ने ऐलान किया कि बुल्डोजर राज के खिलाफ पार्टी सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष को और तेज करेगी। पार्टी का कहना है कि संविधान, लोकतंत्र और गरीबों के अधिकारों पर हो रहे हमलों के खिलाफ उनका आंदोलन अब और व्यापक रूप लेगा। नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि जमीन, आवास और जीविका की सुरक्षा की लड़ाई जारी रहेगी।

धरना कार्यक्रम के अंत में जिला कार्यालय सचिव कॉमरेड बादशाह प्रसाद ने कहा कि यह आंदोलन सिर्फ शुरुआत है। यदि सरकार गरीबों और भूमिहीनों के अधिकारों की अनदेखी जारी रखती है, तो भाकपा माले राज्यव्यापी आंदोलन करेगी।

इस धरने ने अरवल में राजनीतिक चर्चा को नई दिशा दे दी है और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गरमाने की संभावना है।

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