अरवल में राज्य स्तरीय वार्षिक विद्यालय योगा प्रतियोगिता का भव्य आयोजन, विभिन्न प्रमण्डलों के खिलाड़ियों ने दिखाया दमखम
अरवल। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण, पटना एवं जिला प्रशासन अरवल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय (अंतर प्रमण्डल) वार्षिक विद्यालय योगा खेल प्रतियोगिता 2025 का आयोजन अरवल के खेल भवन, गांधी मैदान में 10 दिसंबर से 13 दिसंबर 2025 तक किया जा रहा है। प्रतियोगिता का तीसरा दिन कई उपलब्धियों, शानदार प्रदर्शन और अनुशासित माहौल का साक्षी बना। बालक वर्ग के अण्डर–14, अण्डर–17 और अण्डर–19 आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने योगासन की विभिन्न विधाओं में अपनी उल्लेखनीय प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
तीसरे दिन के कार्यक्रम की शुरुआत अंचल अधिकारी, अरवल श्रीमती विजया कुमारी द्वारा की गई। उन्होंने आयोजन स्थल का विस्तृत निरीक्षण किया और प्रतियोगिता से जुड़ी व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। निरीक्षण के बाद उन्होंने योगासन प्रतियोगिता का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि योग न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य का माध्यम है, बल्कि यह मानसिक एकाग्रता और आत्मअनुशासन का भी मूल आधार है। ऐसे आयोजन बच्चों के व्यक्तित्व विकास में सार्थक भूमिका निभाते हैं।
प्रतियोगिता में आठ प्रमण्डलों के प्रतिभागियों ने बढ़ाया उत्साह
इस राज्य स्तरीय आयोजन में बिहार के आठ प्रमण्डलों—सारण, तिरहुत, पटना, मुंगेर, कोशी, मगध, दरभंगा और पूर्णिया—से आए खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। मैदान में उपस्थित दर्शकों को प्रतिभागियों की लचक, संतुलन, एकाग्रता और योगासन में दक्षता देखकर कई बार तालियां बजाने पर मजबूर होना पड़ा।
योगासन (ट्रेडीशनल) प्रतियोगिता — पदक विजेताओं की सूची
अण्डर–14 (बालक वर्ग)
- स्वर्ण पदक: गुना कुमार (प्रमण्डल सारण)
- रजत पदक: आदित्य कुमार (प्रमण्डल तिरहुत)
- कांस्य पदक: अभिराज कुमार (प्रमण्डल सारण)
इस वर्ग में सारण प्रमण्डल के खिलाड़ियों का दबदबा देखने को मिला। गुना कुमार ने अपने सटीक संतुलन और तकनीकी दक्षता से निर्णायकों का दिल जीत लिया।
अण्डर–19 (बालक वर्ग)
- स्वर्ण पदक: चंदन शर्मा (प्रमण्डल पटना)
- रजत पदक: सत्यम कुमार (प्रमण्डल मुंगेर)
- कांस्य पदक: ऋषभ कुमार (प्रमण्डल मुंगेर)
अण्डर–19 वर्ग में पटना और मुंगेर प्रमण्डलों के खिलाड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। चंदन शर्मा ने अद्भुत नियंत्रण और उच्च स्तरीय प्रदर्शन से स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
व्यवस्था और अनुशासन की हुई प्रशंसा
प्रतियोगिता के दौरान खेल विभाग और जिला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं की सभी ने सराहना की। खिलाड़ियों के आवासन, भोजन, चिकित्सकीय सुविधा, सुरक्षा और मंच संचालन का प्रबंधन अत्यंत व्यवस्थित रहा। जिला प्रशासन व आयोजक समिति ने प्रतियोगिता को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अंत में कार्यक्रम का संचालन करते हुए अधिकारियों ने कहा कि योग आज वैश्विक मंच पर भारत की पहचान बन चुका है। ऐसे राज्य स्तरीय कार्यक्रम बच्चों में रुचि, कौशल और प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ाते हैं। प्रतियोगिता के अंतिम दिन विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा।
इस तरह राज्य स्तरीय विद्यालय योगा प्रतियोगिता का तीसरा दिन उत्साह, ऊर्जा, प्रतिस्पर्धा और अनुशासन से परिपूर्ण रहा, जिसने अरवल के खेल इतिहास में एक नई सफलता की कहानी जोड़ दी।